MUNGER : मुंगेर पुलिस द्वारा एसटीएफ के सहयोग से प्रतिबंधित माओवादी संगठन भाकपा माओवादी के खिलाफ की गई कार्रवाई के दौरान 8 सक्रिय माओवादियों तथा नक्सलियों के दो मददगारों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार नक्सलियों में हार्डकोर नक्सली पुनीत मंडल और नक्सलियों को हथियार एवं गोलियों की आपूर्ति करने वाले पूर्व नक्सली डब्लू चौरसिया की गिरफ्तारी हुई है.
मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह के निर्देश पर की गई कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में हथियार और गोलियां भी बरामद की गई हैं. मुंगेर पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने बताया कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के एरिया कमांडर बहादुर कोड़ा द्वारा नए युवकों को संगठन से जोड़ने तथा हथियार एवं विस्फोटक सामग्री जमा करने की कार्रवाई हो रही थी. गुप्त सूचना के आधार पर तत्काल विशेष छापामारी दल का गठन किया गया.
पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी तारापुर पंकज कुमार के नेतृत्व में एक विशेष दल का गठन किया गया. छापामारी दल में खड़गपुर थानाध्यक्ष मिंटू कुमार सिंह, संग्रामपुर थाना अध्यक्ष सर्वजीत कुमार, गंगटा थानाध्यक्ष मजहर मकबूल, शामपुर ओपी अध्यक्ष पप्पन कुमार, बरियारपुर थानाध्यक्ष राजेश कुमार रंजन, कासिम बाजार थानाध्यक्ष शैलेश कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष बृजेश कुमार सिंह को शामिल किया गया. एसटीएफ के अभियान दल और एआरजी जमालपुर की भी मदद ली गई तथा शामपुर ओपी अंतर्गत भैंसाकोल जखराज स्थान मोड़ पर घेराबंदी कर कार्रवाई की गई.
पुलिस को सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के लिए विस्फोटक और अन्य घातक हथियार लेकर कुछ लोग ऋषिकुंड पहाड़ पर आने वाले हैं और उन हथियारों तथा विस्फोटकों को नक्सली एरिया कमांडर बहादुर कोड़ा को सौंपा जाना है. छापामारी दल का नेतृत्व कर रहे तारापुर एसडीपीओ द्वारा पर्याप्त ब्रीफिंग कर आवश्यक रणनीति बनाते हुए कार्रवाई शुरू की गयी.
भैंसाकोल जखराज स्थान के पास छापामारी दल में शामिल सभी पुलिसकर्मी एंबुश लगाकर बैठे रहे और नक्सली समूह के सदस्यों के आने का इंतजार कर रहे थे. इसी दौरान डंगराचक की ओर से कुछ लोग आते दिखे. एम्बुश लगा कर बैठे पुलिस और एसटीएफ के जवानों ने 8 लोगों को पकड़ा. पुलिस की कार्रवाई के दौरान पुनीत मंडल, डब्लू चौरसिया, भीम तुरी, कारे खैरा, शंभू तुरी, संजय यादव, बमबम यादव, सुनील तुरी को गिरफ्तार किया गया. इनके पास से .315 बोर की राइफल. पॉइंट टूटू की एक राइफल, एसएलआर की गोलियां, थ्री नोट थ्री बोर की गोलियां, एसएलआर की दो मैगजीन, एक मास्केट, एक देसी कट्टा, 1 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल, डेटोनेटर 200 मीटर तार, सफेद रंग का संदिग्ध पाउडर, भाकपा माओवादी संगठन का लेटर पैड बरामद किया गया.
भाकपा माओवादी के एरिया कमांडर बहादुर कोड़ा के द्वारा पिछले कुछ दिनों से गतिविधियां बढ़ाई गई थी और संगठन में नए लोगों को जोड़ने तथा हथियार जुटाने की कार्रवाई चल रही थी. इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली थी और पुलिस द्वारा इनकी गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रहे थे. शामपुर ओपी अंतर्गत भैंसाकोल जखराज स्थान के पास गिरफ्तार पुनीत मंडल और डब्लू चौरसिया द्वारा बताया गया कि डब्लू चौरसिया के घर पर भी कुछ हथियार रखा हुआ है. इसके बाद डब्लू चौरसिया के नया रामनगर थाना अंतर्गत पाटम निवासी डब्लू चौरसिया के घर पर भी छापेमारी की गई तथा वहां से भी एसएलआर और .303 बोर की गोलियां बरामद की गई. इस संबंध में खड़गपुर थाना के शामपुर ओपी और नया रामनगर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
मुंगेर पुलिस की कार्रवाई से नक्सलियों के मंसूबे ध्वस्त हुए हैं. प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के द्वारा नए सिरे से संगठन का विस्तार का प्रयास किया जा रहा था. 15 दिन पहले ही पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह को यह सटीक सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के एरिया कमांडर बहादुर कोड़ा द्वारा खड़गपुर इलाके में संगठन का विस्तार करने की कोशिश की जा रही है तथा नए लोगों को संगठन से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. इसके अलावा हथियार और गोलियां जुटाने की तैयारियां जारी रहने की सूचना भी पुलिस को मिल चुकी थी.
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर बीते 2 सप्ताह से मुंगेर पुलिस की जिला आसूचना इकाई द्वारा खड़गपुर, बरियारपुर, नया रामनगर थाना क्षेत्रों में माओवादियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी तथा आसूचना संकलन किया जा रहा था. संग्रामपुर, खडगपुर, कासिम बाजार, मुफस्सिल, धरहरा थानाध्यक्षों की अगुआई में पुलिस की कई टीमों द्वारा आसूचना संकलन किया जा रहा था और रेकी भी की जा रही थी. कई गांव में पुलिस ने रेकी के पश्चात कार्रवाई का खाका तैयार कर लिया था और यही कारण है कि जिस दिन बहादुर कोड़ा के पास कुछ लोग हथियारों के साथ पहुंचाए जा रहे थे तब उसी समय मुंगेर पुलिस द्वारा एसटीएफ अभियान दल छह और अभियान दल सात की मदद से कार्रवाई कर इन्हें गिरफ्तार किया गया. खड़गपुर, बरियारपुर और नया रामनगर के इलाके में माओवादी संगठन के सदस्यों की गतिविधियां बढ़ी हुई थी और इनकी सक्रियता पर पुलिस की लगातार नजर बनी हुई थी.
वहीं पुनीत मंडल की गिरफ्तारी माओवादी संगठन के लिए बहुत बड़ा झटका है. पुनीत मंडल 20 सालों से माओवादी गतिविधियों में संलिप्त रहा है तथा हाल में हुए एसटीएफ के साथ मुठभेड़ मामले में दर्ज प्राथमिकी का यह नामजद अभियुक्त भी है. पुनीत मंडल की गिरफ्तारी से माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है. बाबा के नाम से प्रसिद्ध पुनीत मंडल का गांव में ही नहीं बल्कि पूरे खड़गपुर, बरियारपुर और नया रामनगर के इलाकों में खासा प्रभाव और दबदबा है. पुनीत मंडल ने यह भी खुलासा किया है कि संगठन में नए लोगों की भर्तियां की जा रही हैं और चुनाव से पहले बड़ी घटना को माओवादियों द्वारा अंजाम दिया जाएगा. गांव में जाकर लोगों को डरा धमका कर प्रलोभन देकर और झूठे सपने दिखा कर मारक दस्ता में शामिल होने के लिए यह लोगों को प्रेरित करता था. जिला पुलिस के अलावा एसटीएफ ने भी पुनीत मंडल उर्फ बाबा से पूछताछ की है.