PATNA : सुशांत सिंह राजपूत के केस की छानबीन करने मुंबई पहुंची बिहार पुलिस की टीम के साथ शुक्रवार की शाम जो कुछ हुआ उस पर बवाल मचा हुआ है। इस मामले में बिहार पुलिस एसोसिएशन ने कड़ी नाराजगी जताई है। बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने कहा है कि मुंबई पुलिस की एक कार्रवाई संघीय ढांचे के अनुकूल नहीं है। मृत्युंजय सिंह ने कहा है कि अपराध अनुसंधान के मामलों में एक राज्य की पुलिस दूसरे राज्य में जाते रहती है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि दूसरे राज्य की पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया जाए या फिर असहयोग रखा जाए।
बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा है कि अगर इसी तरह का रवैया एक राज्य की पुलिस दूसरे राज्य की पुलिस के साथ करने लगे तो फिर संघीय ढांचे का क्या मतलब बचेगा? मुंबई पुलिस ने बिहार की टीम के साथ जो बर्ताव किया है वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. मृत्युंजय सिंह ने इस पूरे मामले में सर्वोच्च न्यायालय से हस्तक्षेप करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय को तत्काल हस्तक्षेप करते हुए महाराष्ट्र सरकार और वहां की पुलिस को यह निर्देश देना चाहिए कि बिहार पुलिस को सहयोग और सुरक्षा मुहैया कराए।
इसके साथ ही बिहार पुलिस एसोसिएशन ने पुलिस हेडक्वार्टर के सामने भी एक मांग रखी है। एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा है कि मुंबई गई टीम को तत्काल एक आईपीएस अधिकारी दिया जाना चाहिए। आईपीएस अधिकारी के जाने से वहां जांच में मदद मिलेगी। बिहार पुलिस एसोसिएशन का रुख इस मामले पर खड़ा है लेकिन हैरत की बात यह है कि अब तक मुंबई में बिहार पुलिस की टीम के साथ हुए दुर्व्यवहार के मामले में डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने चुप्पी साध रखी है।