DESK: अयोध्या के भव्य श्री राम मंदिर में रामलला के राघव रूप क प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो गई। मुख्य यजमान के तौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठानों को किया। इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहे। मंदिर में सभी अनुष्ठान खत्म होने के बाद संघ प्रमुख ने कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तपस्वी बताया।
मोहन भागवत ने कहा कि आज के आनंद का वर्णन कोई कई नहीं कर सकता। रामलला के साथ भारत का स्वाभिमान भी लौट आया है। छोटे-छोटे मंदिर में आज राम भक्तों में उत्साह लहर की दिख रही है। आज पीएम मोदी ने कठोर व्रत रखा है वो एक तपस्वी हैं लेकिन वह अकेले तप कर रहे हैं। यह तपस्या सबको करना होगा।
मोहन भागवन ने कहा कि अयोध्या वह जगह है, जहां कोई द्वंद नहीं है। भगवान राम को 14 सालों का वनवास झेलना पड़ा था। राम दुनिया के कलह को मिटाकर वापस अयोध्या लौट आए। आज रामलला 500 साल बाद फिर से वापस आए हैं। हमको भी सारे कलह को विदाई देनी पड़ेगी। छोटे-छोटे विवाद होते रहते हैं, उसको लेकर लड़ाई करने की आदत सभी लोगों को छोड़नी होगी।