PATNA: भाकपा-माले के राष्ट्रीय महाधिवेशन के अवसर पर 18 फरवरी को महाधिवेशन के मंच से फासीवादी हमले के खिलाफ लोकतंत्र संविधान की रक्षा के लिए व्यापक विपक्षी एकता को एक जुट करने के लिए राष्ट्रीय कन्वेंशन का आयोजन किया गया है. इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने संबोधन शुरू किया. उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर बड़ा बयान दिया बोले कांग्रेस को अब आगे का फैसला करना चाहिए. साथ ही बोले कि विपक्षी एकजुटता में देरी ना करे.
इस दौरान CM नीतीश ने बोले कि हम तो इंतजार कर रहे हैं, हम तो दिल्ली जाकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी से भी मिले थे. उन्होंने सलमान खुर्शीद से कहा कि आपके जरिए कांग्रेस नेतृत्व से अपील है, सब एकजुट हुए तो बीजेपी 100 सीट के नीचे निपट जाएगी. बिहार में विपक्षी दल एकजुट होकर काम कर रहे हैं. जब एनडीए से अलग हुए तो सभी विपक्षी दल के नेताओं ने स्वागत किया. 2024 में सभी विपक्षी दल एकजुट होकर लड़ेंगे तभी बीजेपी का सफाया होगा. आज आजादी की लड़ाई का इतिहास बदलने का प्रयास हो रहा, सभी धर्म और जाति के लोगों को लेकर साथ चलना होगा.
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि, नेतृत्व को लेकर मेरी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है. हम तो केवल बदलाव चाहते हैं. जो सब तय करें वही होगा. आप को बता दें 11वां राष्ट्रीय महाधिवेशन पटना के SKM हॉल में चल रहा. यह महाधिवेशन 16 फरवरी से चल रहा है. जहां 15 फरवरी को माले की ओर से पटना के गांधी मैदान मे बड़ी रैली की गई थी. इस महाधिवेशन में भाग लेने फेमस लेखिका और सोशल एक्टिविस्ट अरुंधंती राय भी पटना आईं हुई है.
इस महाधिवेशन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी यादव अपनी बात रख रहे हैं. और 2024 के चुनाव में PM नरेंद्र मोदी को कैसे घेरा जाए इसपर बाते हो रही है. माले और अन्य लेफ्ट पार्टियों के नेताओं, सोशल एक्टिविस्टों के साथ मिलकर विपक्ष के तमाम नेता इसकी रणनीति बनाएंगे.