शराबी पति ने घरेलू विवाद के बाद टांगी से पत्नी को काट डाला, आरोपी को पुलिस ने दबोचा Bihar Election 2025: पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने वोटर लिस्ट पुनरीक्षण का किया बहिष्कार, बोले- BLO को गांव में नहीं घुसने दें Bihar Election 2025: पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने वोटर लिस्ट पुनरीक्षण का किया बहिष्कार, बोले- BLO को गांव में नहीं घुसने दें Heavy Rain Alert: अगले 2-3 घंटे बिहार के इन जिलों में होगी तेज बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट Bihar Transport: कौन साहेब हैं..पूजा मैडम ! मैं बोल रही की अभी तक दो महीने का मिला नहीं है...ऐसे नहीं चलेगा, महिला मोटरयान निरीक्षक और वसूली गैंग के बीच क्या हुई बातचीत Bihar Land Mutation: बिहार में जमीन दाखिल-खारिज के नियम बदले, जानिए.. राजस्व विभाग का नया आदेश Bihar Land Mutation: बिहार में जमीन दाखिल-खारिज के नियम बदले, जानिए.. राजस्व विभाग का नया आदेश Bihar News: जमीनी विवाद में 2 पक्षों के बीच हिसंक झड़प, 9 से अधिक लोग घायल Bihar: बेगूसराय में बेखौफ अपराधियों की करतूत, बच्चों के झगड़े के बाद त्रिशूल से बुजुर्ग की हत्या Bihar News: कैदियों से यह काम करवाने जा रही बिहार सरकार, बदले में देगी पैसे
1st Bihar Published by: Updated Wed, 21 Jul 2021 08:39:59 PM IST
- फ़ोटो
DESK : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव भले ही खत्म हो गया हो लेकिन वहां पर सियासी तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा। आलम यह है कि ममता सरकार की वापसी के बावजूद यहां बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस आमने-सामने हैं। हाल ही में पश्चिम बंगाल से केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किए गए मंत्री जॉन बर्ला अब ममता सरकार के निशाने पर हैं। मोदी कैबिनेट में हाल ही में शामिल हुए मंत्री जॉन बर्ला के मकान को अब ममता सरकार तोड़ेगी। दरअसल यह मामला चाय बागान की जमीन पर अतिक्रमण करके मकान बनाने का है।
जॉन बर्ला अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाए गए हैं लेकिन उनके खिलाफ जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन ने कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया है। केंद्रीय राज्य मंत्री जॉन बर्ला अलीपुरद्वार के सांसद हैं और उन पर आरोप है कि चाय बागान की जमीन पर अतिक्रमण कर उन्होंने मकान बनाया। अब उनके मकान को तोड़ने का आदेश दिया गया है। जलपाईगुड़ी के डीएम मौमिता गोडारा बसु ने अपने निचले अधिकारियों से रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई शुरू कर दी है
सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री जॉन बर्ला के खिलाफ स्थानीय टीएलसी नेताओं ने शिकायत की थी। उन पर आरोप है कि चाय बागान की जमीन का अतिक्रमण कर उन्होंने मकान का निर्माण कराया। जिला प्रशासन का कहना है कि यह जमीन किसी की निजी संपत्ति नहीं है बल्कि लीज पर ली गई जमीन है। यहां पक्के स्ट्रक्चर का निर्माण नहीं कराया जा सकता। जिला प्रशासन में चाय बागान प्रशासन को अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया है। आपको बता दें कि जिला प्रशासन को प्रखंड भूमि राजस्व पदाधिकारी से रिपोर्ट मिल चुकी है और अब अगर आने वाले दिनों में केंद्रीय राज्यमंत्री का मकान टूटने पर पश्चिम बंगाल के सियासत गर्म दिखे तो इसमें कोई अचरज नहीं होना चाहिए।