DESK : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव भले ही खत्म हो गया हो लेकिन वहां पर सियासी तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा। आलम यह है कि ममता सरकार की वापसी के बावजूद यहां बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस आमने-सामने हैं। हाल ही में पश्चिम बंगाल से केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किए गए मंत्री जॉन बर्ला अब ममता सरकार के निशाने पर हैं। मोदी कैबिनेट में हाल ही में शामिल हुए मंत्री जॉन बर्ला के मकान को अब ममता सरकार तोड़ेगी। दरअसल यह मामला चाय बागान की जमीन पर अतिक्रमण करके मकान बनाने का है।
जॉन बर्ला अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाए गए हैं लेकिन उनके खिलाफ जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन ने कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया है। केंद्रीय राज्य मंत्री जॉन बर्ला अलीपुरद्वार के सांसद हैं और उन पर आरोप है कि चाय बागान की जमीन पर अतिक्रमण कर उन्होंने मकान बनाया। अब उनके मकान को तोड़ने का आदेश दिया गया है। जलपाईगुड़ी के डीएम मौमिता गोडारा बसु ने अपने निचले अधिकारियों से रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई शुरू कर दी है
सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री जॉन बर्ला के खिलाफ स्थानीय टीएलसी नेताओं ने शिकायत की थी। उन पर आरोप है कि चाय बागान की जमीन का अतिक्रमण कर उन्होंने मकान का निर्माण कराया। जिला प्रशासन का कहना है कि यह जमीन किसी की निजी संपत्ति नहीं है बल्कि लीज पर ली गई जमीन है। यहां पक्के स्ट्रक्चर का निर्माण नहीं कराया जा सकता। जिला प्रशासन में चाय बागान प्रशासन को अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया है। आपको बता दें कि जिला प्रशासन को प्रखंड भूमि राजस्व पदाधिकारी से रिपोर्ट मिल चुकी है और अब अगर आने वाले दिनों में केंद्रीय राज्यमंत्री का मकान टूटने पर पश्चिम बंगाल के सियासत गर्म दिखे तो इसमें कोई अचरज नहीं होना चाहिए।