PATNA : केंद्रीय मंत्रिमंडल में जनता दल यूनाइटेड कोटे से केवल एक मंत्री के शामिल होने के बाद लगातार राजनीतिक गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म है. खुद जेडीयू के अंदर कई नेता यह सवाल उठा रहे हैं कि जब केंद्रीय मंत्रिमंडल में एक पद ही मिलना था तो पार्टी नहीं यह फैसला साल 2019 में क्यों नहीं लिया. साल 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद जेडीयू को बीजेपी की तरफ से एक मंत्री पद का ऑफर दिया गया था. लेकिन नीतीश कुमार ने इसे स्वीकार नहीं किया और अब आरसीपी सिंह उसी एक मंत्री पद पर शपथ लेकर मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हो चुके हैं. केंद्रीय मंत्रिमंडल में जेडीयू की भागीदारी को लेकर पार्टी के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने एक बड़ा खुलासा किया है. फर्स्ट बिहार से खास बातचीत में जेडीयू सांसद ने कहा है कि जल्द ही जदयू कोटे के अन्य मंत्री भी केंद्रीय कैबिनेट में शामिल होंगे.
सुनील कुमार पिंटू ने कहा है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में अभी जेडीयू के अन्य नेताओं को राज्यमंत्री के पद पर जगह मिली है. जेडीयू सांसद के मुताबिक बीजेपी ने जेडीयू को एक कैबिनेट मंत्री का पद देने की बात कही थी. बीजेपी ने कहा था कि राज्य मंत्री का पद अगर जेडीयू चाहे तो ले सकता है. आरसीपी सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और वह अन्य नेताओं के साथ राज्यमंत्री के पद को लेकर चर्चा नहीं कर पाए. लिहाजा जल्दबाजी में कैबिनेट मंत्री के पद पर उन्होंने शपथ ली है.
सुनील कुमार पिंटू ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही प्रधानमंत्री के आग्रह को मानते हुए जनता दल यूनाइटेड ने अपने कोटे से अन्य राज्य मंत्री भी बनाएगी. पार्टी के हम में से किसी सांसद को राज्य मंत्री बनने का मौका मिलेगा. ललन सिंह को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने पर जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि पार्टी के नेता नीतीश कुमार हैं और उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष को फैसले के लिए अधिकृत किया हुआ था. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जो फैसला लिया वह सही है. ललन सिंह खुद कह चुके थे कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जो फैसला लेंगे वह मान्य होगा.
नीतीश कुमार की तरफ से अब तक आरसीपी सिंह को बधाई नहीं दिए जाने के सवाल पर जेडीयू सांसद ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए ही बधाई नहीं दी जाती. बधाई देने के और भी तरीके होते हैं.
सुनील कुमार पिंटू ने फर्स्ट बिहार से बातचीत में कहा कि जेडीयू में कोई खिचड़ी नहीं पक रही है. ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा की मुलाकात को उन्होंने सामान्य बताया. जेडीयू सांसद का कहना है कि अब संगठन पर फोकस किया जा रहा है. केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार हो चुका है. कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. बिहार में भी पार्टी का संगठन मजबूत करना है. इसलिए नेता आपस में मुलाकात कर रहे हैं.