‘मोबाइल लेकर बैठे हैं तो धरती खत्म हो जाएगी’ विधान परिषद में नीतीश ने फिर जताई चिंता; भाषण रोक कर नेता विरोध दल को चेताया

‘मोबाइल लेकर बैठे हैं तो धरती खत्म हो जाएगी’ विधान परिषद में नीतीश ने फिर जताई चिंता; भाषण रोक कर नेता विरोध दल को चेताया

PATNA: विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान विधानसभा के बाद विधान परिषद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातीय गणना पर सरकार का पक्ष रखा। इस दौरान सीएम नीतीश को एक बार फिर दुनिया की चिंता सताने लगी। मुख्यमंत्री ने एक बार फिर कहा कि ऐसे करेंगे तो धरती खत्म हो जाएगी। 


दरअसल, बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के आज दूसरे दिन विधानसभा में जातीय गणना की रिपोर्ट को सरकार ने सदन के पटल पर रखा। इसके साथ ही साथ सरकार की तरफ से सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट भी सदन में रखी गई। विधानसभा में जातीय गणना पर चर्चा के बाद मुख्यमंत्री विधान परिषद पहुंचे और वहां भी जातीय गणना पर सरकार का पक्ष रखा।



 इस दौरान विरोधी दल के नेता हरी सहनी अपना मोबाइल निकाल रहे थे। हरी सहनी के हाथ में मोबाइल देखकर एक बार फिर सीएम को धरती की चिंता सताने लगी। सीएम ने हरी मांझी को टोकते हुए कहा कि ‘अरे मोबाइल काहे लेकर बैठे हैं.. इधर सुनिए ना.. मोबाइल लेकर बैठे हैं तो धरती खत्म हो जाएगी.. हम भी पहले यह सब करते थे लेकिन 2019 में जाने तो छोड़ दिए... ई मोबाइल पर सुन रहा था तो समझा दिए। सदन में सीएम की बात सुनकर एक बार फिर सभी सदस्य हैरान रह गए।


इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज जातीय गणना पर चर्चा के दौरान विधानसभा में महिला और पुरुष के संबंधों के लेकर ऐसी बात कह दी कि सदन के भीतर बैठी महिला विधायक शर्मसार हो गईं। मुख्यमंत्री ने जिस तरह से प्रजनन संख्या बढ़ने और घटने की व्याख्या की और बताया कि शादी के बाद एक लड़का और लड़की के बीच क्या-क्या होता है। सीएम के इस बयान पर बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताई और कहा है कि मुख्यमंत्री पर बढ़ती उम्र का असर दिखने लगा है और उन्हें अब एक भी दिन पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है।