MLC मनोनयन के बाद NDA में कलह शुरू, HAM ने उपेक्षा का आरोप लगाते हुए बड़ा फैसला लेने की कही बात

MLC मनोनयन के बाद NDA में कलह शुरू, HAM ने उपेक्षा का आरोप लगाते हुए बड़ा फैसला लेने की कही बात

PATNA : राज्यपाल कोटा से एमएलसी मनोनयन के बाद अब एनडीए के अंदर कलर शुरू हो गया है. राजपाल कोटे की कुल 12 सीटों में से 6 पर जनता दल यूनाइटेड और 6 पर बीजेपी ने अपने चेहरों को विधान परिषद भेजा है. इस फैसले के बाद अब हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने सवाल खड़ा कर दिया है.


हिंदुस्तान युवा मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि एमएलसी मनोनयन में का फैसला सही योगियों से बातचीत किए बगैर लिया गया है. इस फैसले से हम के कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है. हम प्रवक्ता ने कहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की नजर इस पूरे घटनाक्रम पर बनी हुई है और जल्द ही कोई बड़ा फैसला लिया जाएगा.


आपको बता दें कि राज्यपाल कोटे से मनोनयन मैं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा भी एक सीट पर दावेदारी कर रहे थे हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की तरफ से लगातार यह कहा जा रहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें एक सीट पर अपनी पार्टी का उम्मीदवार भेजने का भरोसा दिया है लेकिन बीजेपी और जेडीयू ने 12 में से आधी-आधी सीटें अपने अपने पाले में ले ली. इसके बाद हिंदुस्तानी युवा मोर्चा खुद को थका हुआ महसूस कर रही है.


हिंदुस्तान युवा मोर्चा के प्रवक्ता जो बयान दे रहे हैं, उसके बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिर मांझी इस मामले पर कोई कड़ा कदम उठा भी बातें हैं या केवल बयान तक ही सीमित रह जाते हैं.