PATNA : लालू यादव की बेटी और ट्विटर पर उनके परिवार की सबसे ज्यादा एक्टिव रहने वाली सदस्य रोहिणी आचार्या ने जेडीयू के एक बयान के बाद उसका पलटवार किया है. दरअसल, रोहिणी का ट्वीट जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के उस बयान पर था जिसमें उन्होंने आरजेडी के शासनकाल की बात की है. ललन सिंह ने भी गुरुवार को ही ट्वीट किया है जिसपर रोहिणी ने तुरंत पलटवार कर दिया है. रोहिणी के जवाब को जेडीयू ने एक बार फिर घेरा है. जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने रोहिणी को लालू-राबड़ी शासनकाल की याद दिलाई है.
सबसे पहले जानें कि आखिर ललन सिंह ने क्या कहा
राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिलने के बाद गुरुवार को ललन सिंह ने ट्वीट कर 18 से 25 तक वाले युवाओं से कहा कि अपने आस-पड़ोस के बुजुर्गों के पास बैठकर नीतीश कुमार के पहले के जंगलराज के बारे में जानें. क्योंकि इस उम्र के युवाओं ने सिर्फ नीतीश कुमार के ही शासन को देखा है.
सांसद ललन सिंह ने कहा कि 1990-2005 का वह दौर रूह कंपाने वाला था. यदि वर्तमान और भूत में अंतर नजर आए तो जाति-धर्म और कुनबी धारा से ऊपर उठकर 'सामाजिक न्याय के साथ विकास' वाली नीतियों के साथ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने वाली एकमात्र पार्टी से जुड़कर आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवारने में अपना बहुमूल्य योगदान अवश्य दीजिए.
रोहिणी का जवाब
सांसद ललन सिंह के ट्वीट का जवाब देते हिए रोहिणी आचार्या ने लिखा, "90 से पहले का याद कौन दिलाएगा ललन चाचा जब गरीब को दबाया जाता था. उनके जमीन जोरू पे आप लोग राज करते थे. 90 के बाद तुम जैसे लोगों से गरीबों को लड़ने का अपना आवाज दिया लालू यादव ने तो दर्द तो होगा ही. रहा अंतरी के दांत वाले की, तो आपको भी पता है आपका घर भी नहीं बचा है इसके आतंक से."
अभिषेक झा ने फिर घेरा
रोहिणी आचार्या के ट्वीट का जवाब देते हुए अभिषेक झा ने दोबारा ट्वीट किया है. अभिषेक झा ने लिखा है, " रोहिणी आचार्या जी आदरणीय ललन चाचा जी से पूछने से बेहतर है आप अपने दोनों मामा जी से थोड़ा और ज्ञान ले लें. महिला सशक्तिकरण के नाम पर जिस तरह का तांडव बिहार ने देखा था लालू राबड़ी राज में, चाहे वो शिल्पी गौतम बलात्कार और हत्या कांड हो या गीता विश्वास बलात्कार कांड, और न जाने कितने ऐसे मामलों में आपके लोगों की संलिप्तता होती थी. लेकिन आपको वह सब नहीं याद आएगा क्योंकि आप तो सत्ता भोगी और सत्ता लोभी लोगों के साथ पली बढ़ी है और समय-समय पर अपनी शब्दावली से अपने राजनैतिक संस्कार का परिचय देती रहती हैं. लगता है मीसा दीदी से राज्यसभा सीट छीनने के लिए आप कुछ भी करने को तैयार है.
आपको बता दें कि रोहिणी आचार्या लालू परिवार में सबसे ज्यादा ट्विटर पर एक्टिव रहती हैं. वो हमेशा विपक्ष पर पलटवार करती रही हैं. कुछ दिनों पहले ही उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में उनके हवाई सर्वेक्षण को लेकर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था "हेलीकॉप्टर में सरकार है. बाढ़ में डूबी आम जनता लाचार है." ऐसे ही कई बयानों के लिए रोहिणी चर्चा में बनी रहती हैं.