DESK : कोरोना से निपटने के लिए देश के कई राज्यों में लॉकडाउन लगाया गया है. लोगों से जरूरी गाइडलाइन्स का पालन करने की अपील की जा रही है. लोग सही ढंग से नियमों का पालन करें इसके लिए जगह-जगह पुलिस बल की भी तैनाती की गई है. इसी बीच बर्बरता के भी कई किससे सुनने को मिल रहे हैं. ताजा मामले में एक महिला ने पुलिस पर काफी गंभीर आरोप लगाये हैं. महिला के अनुसार, मास्क न लगाने के आरोप में पुलिस ने उनके बेटे के हाथ पैरों में कीलें ठोक दीं. जब वह इस बात की शिकायत करने पुलिस थाने गईं तो उन्हें उल्टा धमकाया गया.
मामला उत्तर प्रदेश के बरेली का है. महिला ने बारादरी पुलिस के तीन सिपाहियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि सिपाही उनके बेटे को मास्क न लगा होने पर उठा ले गए. जब चौकी पर गए तोजानकारी मिली किबेटे को कहीं भेजा गया है. जब परिजनों ने बेटे की तलाश की तो उनको वह गंभीर अवस्था में मिला और उसके हाथ-पैरों में कीलें लगी हुईं थीं. वहीं, पुलिस ने इन आरोपों पर अपनी सफाई पेश की है.
महिला का आरोप है कि जब उन्होंनेबेटे पर इस उत्पीड़न की शिकायत चौकी पुलिस में की तो किसी ने न सुनी. यही नहीं उल्टा महिला और पीड़ित को ही जेल भेजने की बात कहने लगे. इस बात से परेशान होकर पीड़ित की मां ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पास गुहार लगाई है. महिला जोगी नवादा की रहने वाली हैं. बेटे की इस उत्पीड़न के बाद जोगी न्याय की गुहार लगा रही हैं.
मामले पर एसएसपी रोहित सजवाण का कहना है कि युवक पुलिस का पुराना मुजरिम है. उसके ऊपर कई गंभीर धाराओं में अलग-अलग थानों में मामले दर्ज हैं. उनका कहना है कि युवक इस सभी आरोपों से बचने के लिए पुलिस पर ऐसे आरोप लगा रहा है. पुलिस की जांच में ये पाया गया है कि युवक के पुलिस पर लगाए गए आरोप सरासर गलत हैं.