PATNA : बिहार एनडीए में विरोध का स्वर ऊंचा करने और बीजेपी को कड़ी चेतावनी देने वाले वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. मुकेश सहनी को उनके विधायकों के टूटने का डर सता रहा है. जिसे लेकर सहनी काफी टेंशन में चल रहे हैं. सहनीरातोंरात दिल्ली रवाना हुए हैं और उन्होंने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मिलने का समय मांगा है.
दिल्ली पहुंचे मुकेश सहनी ने गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का समय मांगा है. माना जा रहा है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और बीजेपी के ऊपर तल्ख़ टिप्पणी कर मुकेश सहनी काफी असहज महसूस कर रहे हैं. सूत्रों की मानें तो उन्हें अपने विधायकों के टूटने का डर सबसे ज्यादा सता रहा है इसलिए सहनी बीजेपी में अपने सबसे बड़े संरक्षक अमित शाह से मिलाकर डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश में जुटे हुए हैं.
गौरतलब हो कि एनडीए की बैठक का बहिष्कार कर मुसीबत मोल ले चुके मंत्री मुकेश सहनी ने बीते दिन बिहार विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान बीजेपी को कड़ी चेतावनी दी थी. वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा था कि उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश हो रही है. गुस्से में भड़के मुकेश सहनी ने ऐलान कर दिया है कि पर्दे के पीछे से जो लोग उनके विधायकों को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं, वह सावधान हो जाएं.
इतना ही नहीं वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी ने ये भी कहा था कि जो लोग पर्दे के पीछे से खेल खेल रहे हैं, मैं उन्हें एक बात साफ करना चाहता हूं. मेरा नाम मुकेश सहनी है और मैं उस पर्दे को आग लगा दूंगा, जिसके पीछे से खेल खेला जा रहा है, हालांकि मुकेश सहनी ने यह दावा किया है कि उनके सभी विधायक एकजुट हैं. लेकिन इसके बावजूद अपने विधायकों को लेकर सहनी परेशान हैं.
मुकेश सहनी ने कहा कि एनडीए के अंदर जो भी है, वो हमारा इंटरनल मामला है. कहीं पर कोई किंतु परंतु नहीं है. हालांकि कुछ लोग हैं, जो पर्दे के पीछे से काम कर रहे हैं. ऐसे साथी से कहना चाहूंगा कि वे पर्दे से बाहर निकल कर बात करें. मेरी पार्टी के विधायक मेरे साथ हैं, दुनिया की कोई ताकत नहीं है, जो उन्हें तोड़ दे. मेरी पार्टी में सब लोग स्वतंत्र हैं. उन्हें अपनी बात रखने की आजादी है. जो भी विधायक अपनी बात रख रहे हैं. मैं उनकी बात को सुन रहा हूँ. समझ रहा हूँ."
मुकेश सहनी ने आगे स्पष्ट शब्दों में कहा कि "कुछ लोग मेरी पार्टी के विधायकों को तोड़ना चाहते हैं. गुमराह करना चाहते हैं. वैसे लोग सुन लें कि मेरी पार्टी के विधायक किसी के साथ नहीं जाने वाले हैं. कोई भी ताकत उन्हें नहीं तोड़ सकती है. अगर उनकी हैसियत है तो वे फ्रंट में आ जाएँ. पर्दे के पीछे से काम न करें। पर्दे के पीछे वे रहेंगे तो उस पर्दे में मैं आग लगा दूंगा. मेरा नाम सन ऑफ़ मल्लाह है."