मांझी परिवार में कलह! ज्योति मांझी ने रत्नेश सदा का विभाग संतोष सुमन को देने पर फिर जताई आपत्ति, कहा- हमारे भाई को बनाया जाए मंत्री

मांझी परिवार में कलह! ज्योति मांझी ने रत्नेश सदा का विभाग संतोष सुमन को देने पर फिर जताई आपत्ति, कहा- हमारे भाई को बनाया जाए मंत्री

PATNA: बिहार में नई सरकार के गठन के बाद विभागों के बंटवारे को लेकर जीतन राम मांझी के परिवार में कलह शुरू हो गई है। हम पार्टी की विधायक और जीतन राम मांझी की समधन ज्योति मांझी ने उनके भाई रत्नेश सदा से उनका विभाग छीनकर संतोष सुमन को मंत्री बनाने पर आपत्ति जताई है। त्योति मांझी ने कहा है कि संतोष सुमन को भले ही किसी दूसरे विभाग का मंत्री बनाया जाता लेकिन उनके भाई से विभाग छीनकर उन्हें मंत्री बना दिया गया, जो ठीक नहीं है। 


हम विधायक ज्योति मांझी ने कहा कि उनके भाई रत्नेश सदा को मंत्री पद से हटाकर उस विभाग को संतोष मांझी को क्यों दिया गया है यह तो नीतीश कुमार और एनडीए के शीर्ष नेता ही बता सकते हैं। उन्होंने कहा कि संतोष मांझी को मंत्री पद मिला है इससे कोई दिक्कत नहीं है लेकिन जिन विधायकों को कई विभागों का मंत्री बनाया गया है उसी विभाग में से किसी विभाग का मंत्री संतोष सुमन को बनाना चाहिए था, मेरे भाई का ही पद क्यों छीन लिया गया।


ज्योति मांझी ने कहा कि विभाग कोई अच्छा या बुरा नहीं होता है, सभी विभाग काम करने के लिए होते हैं लेकिन विभाग मेरे भाई से लेकर संतोष मांझी को दे दिया गया, यह ठीक नहीं है। इसके साथ ही नीतीश कैबिनेट में एक भी महिला को मंत्री नहीं बनाया गया। 9 मंत्रियों में से अगर एक भी महिला होती तो इसकी खूबसूरती और भी निखर जाती।


जीतन राम मांझी द्वारा बड़े विभागों की मांग किए जाने के सवाल पर हम विधायक ने कहा कि विभाग कोई भी मिला हो उससे कोई दुख नहीं है लेकिन सिर्फ एक बात का ही दुख है कि मेरे भाई से मंत्री पद छीनकर उसे संतोष सुमन को दे दिया गया। उन्होंने कहा कि इसको लेकर सरकार पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है, हमलोग सरकार को समर्थन करेंगे और नीतीश कुमार को फ्लोर टेस्ट में जीताएंगे। 


उन्होंने कहा कि हमारी एक ही मांग है कि हमारे भाई रत्नेश सदा का जो विभाग था उन्हें वापस मिलना चाहिए। बिना पद का हमारी पार्टी का कोई भी नेता रह सकता है लेकिन किसी का पद छीनकर दूसरे को नहीं दिया जाए, यह अच्छा नहीं लगता है। एक घर में लोग दुख में रहें और दूसरे घर में खुशी मनाई जाए, यह कितना बुरा लगता है।