मंजीत सिंह को मनाने में जुटे नीतीश, फोन पर की लंबी बातचीत.. मंत्री लेसी सिंह पटना लेकर आयीं

मंजीत सिंह को मनाने में जुटे नीतीश, फोन पर की लंबी बातचीत.. मंत्री लेसी सिंह पटना लेकर आयीं

PATNA : जनता दल यूनाइटेड छोड़कर आरजेडी का दामन थामने का ऐलान कर चुके पूर्व विधायक मंजीत सिंह को मनाने की कोशिशें तेज हो गई है. मंजीत सिंह आरजेडी में ना जाएं इसके लिए खुद नीतीश कुमार ने बीड़ा उठाया है. नीतीश कुमार ने मंजीत सिंह से फोन पर लंबी बातचीत की है और उसके बाद जेडीयू नेता और बिहार सरकार की मंत्री लेसी सिंह गोपालगंज पहुंची हैं. गोपालगंज से लेसी सिंह मंजीत सिंह को अपने साथ लेकर पटना आईं हैं. 


गोपालगंज में पहुंचकर लेसी सिंह ने मंजीत सिंह से मुलाकात की है. उनके साथ जेडीयू के कई अन्य नेता भी पहुंचे हैं. आखिरकार मंजीत सिंह को अपने साथ लेकर लेसी सिंह पटना आईं हैं. खबर यह है कि थोड़ी देर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मंजीत सिंह की मुलाकात हो सकती है.



जनता दल यूनाइटेड के नेता हर दिन दावा कर रहे हैं कि तेजस्वी यादव के विधायकों में टूट होने वाली है. आरजेडी विधायकों में टूट के दावे के बीच नीतीश कुमार के पूर्व विधायक ने पाला बदलने का फैसला कर लिया है. जेडीयू के विधायक रह चुके मंजीत सिंह ने एलान किया है कि 3 जुलाई को वो आरजेडी का दामन थामेंगे. मंजीत सिंह बैकुंठपुर विधानसभा सीट से जेडीयू के विधायक रह चुके हैं. हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिला था और उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था लेकिन अब मंजीत सिंह ने आरजेडी ज्वाइन करने का फैसला कर लिया है. 


मंजीत सिंह ने शनिवार को ही राष्ट्रीय जनता दल में शामिल होने का फैसला कर लिया था. उन्होंने तेजस्वी यादव से राबड़ी आवास पर मुलाकात भी की थी. उनके साथ आरजेडी के एमएलसी सुनील सिंह भी मौजूद थे. मंजीत सिंह के साथ-साथ पूर्व विधायक महेश्वर सिंह भी आरजेडी की सदस्यता लेंगे. महेश्वर सिंह भी जेडीयू में थे और पिछला चुनाव उन्होंने निर्दलीय के तौर पर लड़ा था.


मंजीत सिंह की पहचान उन नेताओं में होती रही है जो नीतीश कुमार के युवा ब्रिगेड के सदस्य थे. 2010 के विधानसभा चुनाव में मंजीत सिंह बैकुंठपुर से चुनाव जीते थे. साल 2015 में भी उन्हें पार्टी ने टिकट दिया था लेकिन तब बीजेपी के मिथिलेश तिवारी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी. 2020 के विधानसभा चुनाव में मंजीत सिंह की सीट पर बीजेपी का दावा था. लिहाजा उनका टिकट कट गया और बाद में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा. मंजीत सिंह के चुनाव लड़ने का असर यह हुआ कि बीजेपी भी इस सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई और आरजेडी के उम्मीदवार विधानसभा सीट से जीते. अब बैकुंठपुर से आरजेडी के विधायक होने के बावजूद मंजीत सिंह आरजेडी की सदस्यता लेने वाले हैं.