DELHI: दिल्ली में आज हुई नीति आयोग की बैठक में शामिल होने पहुंची पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जमकर बवाल काटा। ममता बनर्जी बैठक को बीच में छोड़कर बाहर निकल गई थीं और आरोप लगाया था कि उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया। ममता के इस दावे पर नीति आयोग का जवाब आया है।
नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने ममता बनर्जी के दावे की हकीकत बताई है। उन्होंने कहा है कि ममता बनर्जी बैठक में मौजूद थीं और उन्होंने लंच से पहले बोलने के लिए समय देने का अनुरोध किया था। इस दौरान उन्होंने अपना बयान दिया।
उन्होंने बताया कि बैठक में शामिल हुए मुख्यमंत्रियों को 7 मिनट का समय बोलने के लिए दिया गया था। सभी ने ममता बनर्जी को सम्मानपूर्वक सुना और उनकी बातों को नोट किया। ममता बनर्जी अचानक बैठक से निकल गई। उनके मुख्य सचिव कमरे में इंतजार कर रहे थे।
बीवीआर सुब्रमण्यम ने बता कि ममता बनर्जी ने लंच से पहले अपनी बारी का अनुरोध किया था। हमने समायोजन किया और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुजरात से पहले उन्हें बुलाया, जिसके बाद ममता बनर्जी ने अपना बयान दिया। ममता बनर्जी ने सात मिनट का समय खत्म होने के बाद कहा कि वह और बोलना चाहती थीं लेकिन नहीं बोलेंगी। इसके बाद वह बाहर निकल गईं और बाहर निकलने के बाद केंद्र सरकार पर आरोप लगाए।