PATNA : पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर बिहार में भी सियासी चर्चा छिड़ गई है हालांकि चर्चा के केंद्र में एक तरफ जेडीयू की तरफ से बंगाल चुनाव में 75 उम्मीदवारों को उतारा जाना है तो वही दूसरी तरफ प्रशांत किशोर को लेकर भी जेडीयू ममता बनर्जी को सलाह दे रहा है. विधानसभा चुनाव के पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 'दुआरे-दुआरे सरकार अभियान की शुरुआत की है, लेकिन अब जेडीयू इस कार्यक्रम पर सवाल खड़े कर रहा है.
जेडीयू ने ममता बनर्जी को नसीहत दी है कि वह प्रशांत किशोर जैसे लोगों से बचकर रहे. जेडीयू नेता अजय आलोक ने पीके का नाम लिए बगैर ट्वीट करते हुए लिखा है. यह दूसरा मौका है जब प्रशांत किशोर पर बिहार विधानसभा चुनाव के बाद जेडीयू ने तंज कसा है. इसके पहले जब बिहार चुनाव नतीजों के बाद प्रशांत किशोर ने प्रतिक्रिया दी थी तब जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने पीके पर हमला बोला था, हालांकि बाद में उन्होंने प्रशांत किशोर को लेकर किया गया ट्वीट हटा भी दिया था, लेकिन अब अजय आलोक ने पीके का नाम लिए बगैर ममता बनर्जी को सलाह दी है.
ममता का 'दुआरे-दुआरे सरकार
टीएमसी के लिए काम कर रहे प्रशांत किशोर ने विधानसभा चुनाव 2021 को लेकर अभियान शुरू किया है. उसका नाम है 'दुआरे-दुआरे पश्चिम बोंगो सरकार' (हर द्वार बंगाल सरकार) दिया. यह अभियान एक दिसंबर से शुरू हो गया है जो 30 जनवरी तक चलेगा. इस अभियान के तहत 20 हजार शिविरों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है. इन शिविरों के जरिए 11 ममता बनर्जी की योजनाओं को घर-घर पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है.