महिला दारोगा के साथ थाना में छेड़खानी, थानेदार और एसआई ने की बेशर्मी की सारी हदें पार

महिला दारोगा के साथ थाना में छेड़खानी, थानेदार और एसआई ने की बेशर्मी की सारी हदें पार

PATNA :  बिहार में महिलाओं के साथ तेजी से बढ़ती आपराधिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. राज्य के अंदर आम युवती या महिला की सुरक्षा तो दूर की बात है. यहां तो पुलिस थाने में ही महिला दारोगा के साथ ही छेड़खानी, बदतमीजी, बदसलूकी या मारपीट हो रही है. दरअसल पटना महिला आयोग में एक दारोगा ने अपने साथी पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत की है. पीड़ित महिला दारोगा ने मीडिया को बताया कि किस तरह उसके ही साथी पुलिसकर्मियों ने थाने में ही बर्बरता और बेशर्मी की सारी हदें पार कर दी गईं.


मामला मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी थाना इलाके की है. जहां फकुली आउट पोस्ट में तैनात महिला दारोगा कविता कुमारी और उसके पति के साथ मारपीट की गई. पीड़ित महिला दारोगा ने फर्स्ट बिहार झारखंड को इस बात की जानकारी दी कि ड्यूटी पर तैनाती के दौरान उसके साथ छेड़खानी (लज्जा भंग) की गई. महिला दारोगा ने फकुली ओपी के इंचार्ज उदय कुमार सिंह और ट्रेनी दारोगा ऋतुराज जायसवाल के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. जिससे पुलिस डिपार्टमेंट के ऊपर कई सवाल उठ रहे हैं.




महिला दारोगा कविता कुमारी ने फर्स्ट बिहार झारखंड को बताया कि वह बीपीए की ट्रेनी हैं और फिलहाल फकुली ओपी में पोस्टेड हैं.ड्यूटी के लिए उन्हें एक महीने से लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है. थाने के सीनियर अफसर उनके साथ गाली-गलौज करते हैं. रविवार को ड्यूटी के दौरान ट्रेनी दारोगा ऋतुराज जायसवाल ने थाना इंचार्ज को उनके बारे में गलत जानकारी दी और उनसे उलझ गए. उनके साथ बदतमीजी और गाली-गलौज करने लगे. महिलाओं से जोड़कर दारोगा ऋतुराज जायसवाल ने गंदी-गंदी गलियां दी. अपनी आपबीती सुनाते-सुनाते पीड़ित दारोगा फफक-फफक कर रोने लगी.


पीड़ित महिला दारोगा के पति ने भी फर्स्ट बिहार झारखंड के साथ बातचीत की. उन्होंने कहा कि थाने में उनके साथ भी मारपीट की गई. उन्होंने चेहरे पर चोट का निशान दिखाते हुए कहा कि मैंने थाने में इस तरीके के व्यवहार को लेकर पुलिस अफसरों से बातचीत की. जब वह आरोपी दारोगा ऋतुराज जायसवाल से बातचीत कर ही रहे थे कि इतने में थाना इंचार्ज उदय कुमार सिंह वहां पहुंच गए. जब उनसे मामले को लेकर बात हो ही रही थी कि अचानक से दारोगा ऋतुराज जायसवाल हैसियत की बात करने लगे. इतने में थाना प्रभारी उदय कुमार सिंह मारने लगे. मैं थाने में बैठने नहीं बल्कि अपनी पत्नी को लाने गया था.



महिला दारोगा कविता कुमारी ने कहा कि जब उनके पति की पिटाई की जा रही थी तो उन्होंने बीच बचाव की कोशिश की. इतने में दूसरे पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया. महिला दारोगा को धक्का देने लगे और मेरे पति को मेरा ही दलाल कहने लगे. मैं इस डिपार्टमेंट में नौकरी नहीं करना चाहती हूँ जहां महिला साथी के साथ इतनी वाहियाद तरीके से सलूक किया जाता है. बिहार पुलिस में ही नारी की सुरक्षा नहीं हो रही तो बाहर पब्लिक में क्या सुरक्षा दी जाएगी.


पीड़िता का कहना है कि जब इस पूरे मामले की शिकायत को लेकर वह मुजफ्फरपुर के एसएसपी से मिलने गई तो उन्होंने एक बार भी मिलने का टाइम नहीं दिया. वह शिकायत के लिए खड़ी रही लेकिन उनकी ओर से कोई पहल नहीं की गई. फर्स्ट बिहार झारखंड ने जब मुजफ्फरपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक से बातचीत की. तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. घटना की छानबीन की जा रही है. आईजी को भी इस मामले की जानकारी दी गई है.