महिला आयोग की 'पैरवी' पर 15 दिनों बाद हुआ गैंगरेप पीड़िता का मेडिकल टेस्ट, सवालों के घेरे में पुलिस

महिला आयोग की 'पैरवी' पर 15 दिनों बाद हुआ गैंगरेप पीड़िता का मेडिकल टेस्ट, सवालों के घेरे में पुलिस

SASARAM : वो गुहार लगाती रही, पुलिस के चक्कर काटती रही, चीख-चीख कर बताती रही कि उसके साथ गलत हुआ है लेकिन कानून के रखवालों ने उसकी एक न सुनी। लेकिन लड़की ने न्याय की आस नहीं छोड़ी। रोहतास में न्याय न मिला तो पटना पहुंच कर गुहार लगायी। अब महिला आयोग के संज्ञान लेने पर 15 दिनों के बाद पीड़िता का मेडिकल टेस्ट कराया गय़ा। 


मामला रोहतास जिला के दरिहट का है जहां स्कूल में नौकरी दिलवाने का झांसा देकर दो गांव के ही दो युवकों ने एक नाबालिग लड़की को फांस लिया। युवकों ने उसे दो दिनों तक उसे एक कमरे में बंद रखा और इस दौरान उसके साथ गैंगरेप किया। बाद में आरोपी युवक लड़की को दरिहट थाना के पास छोड़ कर फरार हो गए। पीड़िता के मुताबिक दरिदों ने गैंगरेप का वीडियो भी बनाया। 


दरिंदगी की इस धिनौने वारदात के बाद पीड़ित लड़की न्याय के लिए दर-दर की चक्करें काटती रही। लेकिन पुलिस ने केस दर्ज करना भी जरूरी नहीं समझा। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों से मिलीभगत कर उससे आवेदन ले लिया कि वह अपनी सहमति से आरोपी के साथ गयी थी। इस बीच आरोपी भी लड़की को वीडियो वायरल करने की धमकी देते रहे। 


न्याय नहीं मिलता देख पीड़ित परिवार ने पटना का रुख किया और महिला आयोग का दरवाजा खटखटाया। महिला आयोग ने मामले में संज्ञान लेते हुए निर्देश जारी किया कि पीड़िता का मेडिकल टेस्ट कराते हुए केस दर्ज किया जाए। महिला आयोग के निर्देश के बाद लड़की का शुक्रवार को मेडिकल टेस्ट कराया गया। वहीं इस मामले में पुलिस ने गैंगरेप के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस बीच दोनों की आरोपी फरार हैं। पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं ऐसे में पीड़िता को कितना न्याय मिल पाएगा ये तो सवालों के घेरे में है।