MUMBAI: महाराष्ट्र में बीजेपी और एनसीपी की नई सरकार बनाने का विवाद अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के शिकायतों पर आज को साढ़े 11 बजे सुनवाई होगी.
राज्यपाल के फैसले को रद्द करने की मांग
तीनों दलों ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के देवेंद्र फडणवीस को सरकार बनाने के उस आदेश को रद्द करने की मांग की है, जिसमें उन्होंने सूबे में सरकार बनाने के लिए उनको को आमंत्रित किया था.
हो जाए फ्लोर टेस्ट
दाखिल याचिका में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में 154 विधायकों के समर्थन का दावा किया. तीन दलों ने कोर्ट से आग्रह किया है कि जल्द से जल्द और संभव हो तो रविवार को ही विधानसभा का स्पेशल सत्र बुलाकर फ्लोर टेस्ट का निर्देश दे. इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि बहुमत उद्धव ठाकरे के पास है या देवेंद्र फडणवीस के पास.
विधायक दल के नेता चुने गए जयंत पाटिल
एनसीपी ने विधायक दल के नेता रहे अजित पवार को हटा दिया है. इनके जगह पर एनसीपी के विधायक दल का नेता जयंत पाटिल को बनाया गया हैं. एनसीपी के बैठक के बाद यह बताया गया है कि 5 विधायकों से अब तक संपर्क नहीं हो पा रहा है. बता दें कि महाराष्ट्र में बीजेपी एनसीपी के विधायकों के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा किया है, लेकिन भतीजे अजीत पवार के इस फैसले का शरद पवार ने विरोध किया था और कहा था कि यह उनका निजी राय है.
शिवसेना के विधायक मुंबई तो कांग्रेस के राजस्थान में रहेंगे
शिवसेना ने अपने विधायकों को मुंबई में ही रखने का फैसला किया है. वही, कांग्रेस अपने विधायकों को जयपुर भेजने की तैयारी में हैं. एनसीपी के विधायक पवई में रूकेंगे. अजित पवार के समर्थन में उतरे दो विधायकों को भी एयरपोर्ट से जबरन पकड़ कर एनसीपी की बैठक में लगा गया था. बैठक अब खत्म हो गई है. बैठक में 54 में से 49 विधायक शामिल हुए.