ब्रेकिंग न्यूज़

केंद्र सरकार ने गैलेंट्री अवॉर्ड्स का किया ऐलान, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में बहादुरी दिखाने वाले सैनिकों को मिला वीर चक्र सम्मान कैमूर में आपसी विवाद में चली चाकू, 15 वर्षीय किशोर की इलाज के दौरान मौत बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की जयंती: युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक बोले..‘श्रीबाबू में थी प्रधानमंत्री बनने की क्षमता’ कटिहार की सियासत में बड़ा उलटफेर: 30 साल बाद राजद से छिनी परंपरागत सीट, अब वीआईपी के खाते में Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में EC की सख्ती का असर, अबतक 71 करोड़ रुपये से अधिक कैश, शराब और ड्रग्स जब्त Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में EC की सख्ती का असर, अबतक 71 करोड़ रुपये से अधिक कैश, शराब और ड्रग्स जब्त आरा में दर्दनाक सड़क हादसा: स्कॉर्पियो और बाइक की टक्कर में दो दोस्तों की मौके पर मौत जमुई विधानसभा चुनाव से पहले पुलिस की बड़ी कार्रवाई: AK-47 का मैगजीन और दो जिंदा कारतूस बरामद Rakhi Sawant Trolled: दिवाली की रात मां की कब्र पर शैंपेन की बोतल लेकर पहुंची ड्रामा क्वीन राखी सावंत, वीडियो देखकर भड़के यूजर्स Rakhi Sawant Trolled: दिवाली की रात मां की कब्र पर शैंपेन की बोतल लेकर पहुंची ड्रामा क्वीन राखी सावंत, वीडियो देखकर भड़के यूजर्स

महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण की तैयारी शुरू, कौन बनेगा मुख्यमंत्री?

1st Bihar Published by: Updated Sun, 03 Nov 2019 08:27:33 AM IST

महाराष्ट्र में शपथ ग्रहण की तैयारी शुरू, कौन बनेगा मुख्यमंत्री?

- फ़ोटो

MUMBAI : भारत में नए सरकार के शपथ ग्रहण की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। महाराष्ट्र विधान भवन में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि 5 नवंबर तक समारोह के लिए विधान भवन पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा। 

मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल आगामी 9 नवंबर तक है लेकिन महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर अब तक तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। एक साथ चुनाव लड़ने के बावजूद बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के बीच सरकार गठन को लेकर जिच जारी है। सरकार गठन को लेकर दोनों दलों का अपना अपना फॉर्मूला है लेकिन शिवसेना ने शनिवार को यह जरूर कहा है कि वह गठबंधन धर्म का पालन करेगी। 

प्रशासनिक स्तर पर शपथ ग्रहण समारोह के लिए तैयारियां बिना किसी कन्फ्यूजन के जारी हैं। माना जा रहा है कि 9 नवंबर से पहले हर हाल में सरकार गठन की कोई न कोई रास्ता निकल जाएगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगना एकमात्र दूसरा विकल्प है।