PATNA : बिहार में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की तरफ से सात अगस्त को आक्रोश मार्च निकला जाएगा. महागठबंधन के नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अग्निपथ योजना एवं सुखाड़ सहित विभिन्न मुद्दे पर सरकारों को घेरने की तैयारी में हैं. विपक्ष द्वारा मार्च निकाले जाने पर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि विपक्षी नेताओं को आक्रोश मार्च नहीं बल्कि माफ़ी मार्च निकालना चाहिए.
दानिश रिजवान ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए कहा कि विपक्षी नेताओं को बिहार की जनता को यह बताना चाहिए कि किस तरह से उन्होंने आय से अधिक रुपए अर्जित किये. उन्हें यह भी बताना चाहिए कि 15 साल के शासन में किस तरह से राज्य में जंगल राज्य स्थापित था. इस तरफ के अनर्गल काम करने से पहले इन लोगों को आत्मचिंतन करने की जरूरत है. पहले वो आत्मचिंतन करें, फिर किसी प्रकार के मार्च निकलने की बात करें.
हम प्रवक्ता ने कहा कि विपक्ष के नेता जब कोई मार्च निकलने की बात करते हैं तो जनता उनपर हंसती है. बिहार की जनता को विपक्ष के मार्च निकालने की बात पर लालू यादव और राबड़ी देवी के कार्यकाल की याद आती है. जनता को यद् आता है कि किस तरह से 15 सालों के शासन में किस तरह का माहौल पैदा हो गया था. किस तरफ से भ्रष्टाचार का बोलबाला था. इसीलिए विपक्ष के नेताओं को किसी प्रकार का मार्च निकालने से पहले वो दिन याद करना चाहिए. विपक्ष के नेता अगर मार्च निकलना चाहते हैं तो माफ़ी मार्च निकाले, ताकि बिहार की जनता उनको माफ़ कर दें.