PATNA : नीतीश कैबिनेट से इस्तीफे की पेशकश कर पार्टी और सरकार दोनों के लिए मुसीबत खड़ी करने वाले मंत्री मदन सहनी पर अब जेडीयू ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। मंत्री मदन सहनी के ऊपर अब तक कोई एक्शन तो नहीं लिया गया लेकिन उनके साथ मोर्चा खोलने वाले जेडीयू नेता दीपक निषाद के ऊपर गाज गिर गई है। अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक निषाद को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल बताते हुए तत्काल प्रभाव से पद मुक्त कर दिया गया है।
मंत्री मदन सहनी ने जिस दिन इस्तीफे की पेशकश की उसी दिन दीपक निषाद खुलकर मदन सहनी के पक्ष में उतर आए थे। उन्होंने तत्काल मनमानी करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की थी। दीपक निषाद ने कहा था कि मंत्री मदन सहनी जो आरोप लगा रहे हैं वह सही है और सरकार को अफसरशाही पर लगाम लगानी चाहिए। इतना ही नहीं दीपक निषाद में लगातार दूसरे दिन बयान जारी करते हुए यहां तक कह डाला कि मंत्री मदन सहनी की तरफ से भेजी गई तबादले की फाइल पर तुरंत फैसला लिया जाए। पार्टी नेतृत्व लगातार उनके बयान पर नजर बनाए हुए था और आखिरकार उनके ऊपर गाज गिर गई है।
दीपक निषाद रोहतास जिले से आते हैं और उनके ऊपर एक्शन लेकर जेडीयू नेतृत्व में कहीं ना कहीं मंत्री मदन सहनी को यह संकेत दे दिया है कि अगर समय रहते वह नहीं चेते तो उनके ऊपर भी कार्रवाई हो सकती है। जेडीयू नेतृत्व को ऐसा लगता है कि मंत्री मदन सहनी सरकार और पार्टी पर दबाव बनाने के लिए लगातार नए दांवपेंच इस्तेमाल कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात किये बगैर मंत्री मदन सहनी दिल्ली दौरे पर चले गए और अब उनके वापस आने का इंतजार हो रहा है।