लव जिहाद पर BJP के स्टैंड का विरोध लेकिन बिहार में साथ रहेगी JDU, एनडीए से बाहर हो चुके हैं चिराग

लव जिहाद पर BJP के स्टैंड का विरोध लेकिन बिहार में साथ रहेगी JDU, एनडीए से बाहर हो चुके हैं चिराग

PATNA :  राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद जनता दल यूनाइटेड ने उम्मीद के मुताबिक बीजेपी के सामने आंखें तरेरी है. फर्स्ट बिहार ने शनिवार को राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक के बाद ही यह बता दिया था कि बीजेपी के सामने जनता दल यूनाइटेड कई राष्ट्रीय मुद्दों के खिलाफ अपना स्टैंड रखेगी. जनता दल यूनाइटेड ने लव जिहाद के मसले पर बीजेपी के स्टैंड का विरोध कर दिया है. एक तरफ जहां बीजेपी शासित राज्यों में लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाए जा रहे हैं, वहीं राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इसे लेकर विरोध जताया गया है. कार्यकारिणी की बैठक के बाद प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा है कि जनता दल यूनाइटेड लव जिहाद जैसे मुद्दों का विरोध करता है, उनकी पार्टी का स्पष्ट मानना है कि ऐसे मसलों से देश में सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ेगा. जेडीयू ने बीजेपी का लव जिहाद के मसले पर भले ही विरोध किया हो लेकिन इसके बावजूद त्यागी यह बताना नहीं भूले कि बिहार में इन मुद्दों के विरोध के बावजूद सरकार या गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा.


बिहार में एनडीए एलाइंस को मजबूत बताते हुए त्यागी ने यह भी साफ कर दिया कि चिराग पासवान अब एनडीए का हिस्सा नहीं हैं. त्यागी ने कहा कि चिराग ना तो बिहार और ना ही दिल्ली में एनडीए के घटक हैं. उनकी लोक जनशक्ति पार्टी में बिहार में एनडीए को हराने का काम किया. लिहाजा अब उनके लिए एनडीए में कोई जगह नहीं बचती. त्यागी ने कहा कि प्रधानमंत्री खुद इस बात को स्पष्ट कर चुके हैं. चिराग पासवान को त्यागी ने एक ऐसा हनुमान बताया जो लंका की बजाय अयोध्या को ही जलाने निकल गए थे. 


किसान आंदोलन के मसले पर जनता दल यूनाइटेड की स्पष्ट राय है कि बिहार में आंदोलन का कोई असर नहीं है. नीतीश कुमार ने बिहार में किसानों के लिए जो काम किया है, उसकी वजह से यहां कोई विरोध नहीं है. इतना ही नहीं जनता दल यूनाइटेड ने यह भी स्पष्ट तौर पर कहा है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व और उनके राजनीतिक कद में कोई गिरावट नहीं आई है. नीतीश का जलवा पहले की तरह बिहार में बना हुआ है. 


पश्चिम बंगाल समेत आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जेडीयू ने स्पष्ट कर दिया है कि चुनाव लड़ने का फैसला जल्द ही संबंधित राज्यों के प्रदेश नेतृत्व के साथ मिल बैठकर तय हो जायेगा.