DELHI : कोरोना काल में पहली बार संसद का सत्र शुरू हो गया है. लोकसभा की कार्यवाही के साथ संसद का मानसून सत्र शुरू हुआ है. लोकसभा की कार्यवाही सुबह 9 बजे शुरू हुई और प्रारंभिक संबोधन के बाद स्पीकर ओम बिरला ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी समेत अन्य दिवंगत नेताओं के निधन पर शोक का प्रस्ताव सदन में रखा जिस पर लोकसभा में श्रद्धांजलि दी गई. शोक प्रस्ताव के बाद लोकसभा की बैठक 1 घंटे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
कोरोना काल को देखते हुए संसद के मानसून सत्र में विशेष एहतियात बरते जा रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा गया है, एक से दूसरे सदस्यों के बीच दूरी साफ तौर पर सदन के अंदर देखने को मिली है. मानसून सत्र शुरू होने के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपना संदेश दिया है. इस संदेश में उन्होंने कोरोना काल की चुनौतियों की चर्चा करते हुए संसद के मानसून सत्र को बुलाए जाने के पीछे संवैधानिक बाध्यता की भी चर्चा की है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि हमारे वीर जवान विषम परिस्थितियों के बीच देश की सीमा की रक्षा कर रहे हैं और ऐसे वक्त में पूरा सदन उनके साथ खड़ा है. पीएम मोदी ने कोरोना से सतर्कता बरतने की अपील एक बार फिर से देशवासियों से की है. उन्होंने कोरोना संक्रमण के बावजूद संसद के सत्र में शामिल होने के लिए सांसदों का आभार जताया है.
संसद सत्र में शामिल होने के लिए पहुंचने वाले सांसदों की सतर्कता देखते बन रही है. सभी सांसद धमाके के साथ ही संसद पहुंचे हैं लेकिन कई सांसद फेस शिल्ड का भी इस्तेमाल करते हुए नजर आए हैं. प्रधानमंत्री ने संसद भवन पहुंचने के बाद जो संदेश दिया है उस दौरान भी उनके साथ मौजूद अन्य मंत्रियों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा है. आपको बता दें कि इस बार संसद के मानसून सत्र में प्रश्नकाल की कार्यवाही नहीं होगी. लेकिन तोड़ निकाल लिया जाएगा लोकसभा और राज्यसभा की बैठकें अलग-अलग समय पर होंगी ताकि सांसदों का जमावड़ा एक बार ना हो.