DELHI : बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाने के लिए एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने आज शाम पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के आवास पर चिराग पासवान संसदीय बोर्ड के सदस्यों के साथ इस बात पर मंथन करेंगे कि विधानसभा चुनाव में पार्टी किस लाइन के साथ आगे बढ़े.
चिराग पासवान ने संसदीय बोर्ड की बैठक के लिए सभी 11 सदस्यों को दिल्ली बुला लिया था और आज शाम इन सबके साथ आम बैठक होगी. प्रदेश संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष राजू तिवारी के साथ चिराग पासवान पहले ही बैठक कर चुके हैं. पिछले दिनों उन्होंने चुनाव को लेकर लगातार पार्टी के जिला अध्यक्षों, प्रदेश पदाधिकारियों, राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की है. जनता दल यूनाइटेड ने लोक जनशक्ति पार्टी को लेकर जब कड़े तेवर दिखाने शुरू किए तो चिराग ने जबरदस्त पलटवार करते हुए नीतीश कुमार को बैकफुट पर ढकेल दिया था और अब वह आगे की रणनीति पर काम करने वाले हैं. तबियत ठीक नहीं होने के कारण सहरसा से लोजपा एमएलसी नूतन सिंह संसदीय बोर्ड की इस अहम बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ सकती हैं.
जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार से साथ तल्ख रिश्तों के बीच चिराग पासवान की यह बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. चिराग पासवान पिछले कुछ दिनों से नीतीश सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं. एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर लगातार दबाव बनाने में जुटे हैं. कई मौकों पर चिराग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगर बीजेपी और जेडीयू की तरफ से एलजेपी को विधानसभा चुनाव में ठीक भागीदारी नहीं मिलती है तो एलजेपी कोई बड़ा फैसला ले सकती है.
लोजपा के अंदरखाने से यह खबर है कि वह सीटों के बंटवारे से अधिक इस बात पर अड़ी है कि आरंभ में इस बात पर सहमति बन जाए कि अगली सरकार का संचालन एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम (कॉमन मिनिमम प्रोग्राम) के तहत होगा. कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में लोजपा के उन मुद्दों को जोड़ा जाए, जिसे वह 'बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट' यात्रा के दौरान उठाती रही है. इसमें परेशानी इस बात पर है कि चिराग द्वारा उठाए गए कुछ मुद्दों पर जदयू की सहमति नहीं है.