RANCHI : रूपेश सिंह हत्याकांड के बाद बिहार की कानून व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है. हत्या के 6 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं और सूबे के मुखिया नीतीश कुमार से लेकर डीजीपी तक क्राइम क्रंट्रोल के दावे कर रहे हैं.
लेकिन इन सब के बीच एनसीबी का डेटा कुछ और ही कहता है. लेकिन NCRB का डेटा कहता है कि 2019 में देश भर में हुए अपराधों में से 5.2 फीसदी अपराध बिहार में दर्ज हुए. इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल, गुजरात, मध्यप्रदेश, दिल्ली और राजस्थान के बाद बिहार का ही नंबर है.
इसे लेकर ही राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर हमला बोला है. लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट कर लिखा कि 'ठोंको ताली, बजाओ गाल बिहार में राजद सरकार के आखिरी साल 2004 में अपराध के कुल 1,15,216 मामले दर्ज हुए थे, जबकि नीतीश सरकार में 15 साल बाद, साल 2019 में कुल अपराध के आंकड़े बढ़कर 2,69,096 हो गए, यानी दोगुने से भी ज्यादा। अपराध दुगुना फिर भी “सुशासन” राज?