PATNA : कई तरह की हसरतें लेकर शनिवार को लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करने गये शरद यादव की तमन्नायें पूरी नहीं हो पायीं. बिहार की सियासत पर बात करने के बजाय लालू यादव ने शरद यादव से देश दुनिया की बातें की. तबीयत से लेकर खाने-पीने पर चर्चा की और उन्हें विदा कर दिया. लालू यादव से मिल कर बाहर आने के बाद शऱद यादव के चेहरे और बातों से इसकी झलक भी मिल गयी. आरजेडी के सूत्र बता रहे हैं कि शरद यादव के साथ लंबा वक्त गुजारने वाले लालू उनकी हर चाल को समझते हैं ऐसे में शरद की कोई हसरत पूरी नहीं होने वाली है.
भूमिका तैयार करके लालू से मिलने गये थे शरद यादव
शऱद यादव ने शनिवार को लालू प्रसाद यादव से रांची के रिम्स में जाकर मुलाकात की. उससे पहले वे लंबी-चौडी भूमिका तैयार करके गये थे. रांची रवाना होने से पहले शरद यादव ने शुक्रवार को उपेंद्र कुशवाहा, जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी के साथ बैठक की थी. बैठक को लेकर सियासी हलके में कई तरह की बातें फैलायी गयीं. शऱद यादव को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताया गया. बात ये फैलायी गयी कि उपेंद्र कुशवाहा, जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद का दावेदार मानने को तैयार नहीं हैं. महागठबंधन में सीटों की दावेदारी को लेकर भी कई तरह की बातें सामने आयीं.
शुक्रवार की इस बैठक के बाद शरद यादव शनिवार को लालू से मिलने रांची पहुंच गये. लालू प्रसाद यादव के पास शरद यादव के तमाम सियासी पैंतरों की पहले से खबर थी. लिहाजा लालू ने भी सारी तैयारी पूरी कर रखी थीं. लालू समझ रहे हैं कि शरद यादव चाहते क्या हैं. आरजेडी सुप्रीमो के करीबी बता रहे हैं कि शऱद यादव की इच्छा पूरी होने वाली नहीं है.
लालू ने देश-दुनिया की बातें कर शरद को चलता किया
लालू प्रसाद यादव के एक करीबी नेता ने बताया कि शरद यादव तकरीबन सवा घंटे तक रिम्स में बैठे रहे. इसी दौरान शत्रुध्न सिन्हा लालू यादव से मिलने पहुंचे. लालू ने उन्हें शरद के साथ ही बिठा लिया. शत्रुध्न सिन्हा के सामने शऱद यादव चाह कर भी अपनी बात नहीं रख पाये. उससे पहले लालू यादव देश दुनिया की बातें करते रहे. दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र और झारखंड की बातें हुई. शऱद इन बातों के बाद बिहार के मसले पर बात होने की तैयारी कर रहे थे. लेकिन उसी दौरान शत्रुध्न सिन्हा आये और लालू यादव ने उन्हें भी शरद के साथ ही बिठा लिया.
लालू यादव के करीबी नेता के मुताबिक लगभग 35-40 मिनट तक शत्रुध्न सिन्हा रिम्स में बैठे रहे. इस दौरान शरद यादव भी बैठे रहे. तीनों के बीच बातचीत में कोई गंभीर चर्चा नहीं हुई. यूं ही देश-दुनिया पर बात होती रही. लालू की बीमारी पर चर्चा हुई. खाने-पीने की बात हुई. बातचीत के दौरान ही लालू यादव ने अचानक से कहा कि और भी लोग मिलने का इंतजार कर रहे हैं. उसके बाद उन्हें दवा खाकर सोना भी है. लालू ने हाथ जोड़ लिये तो शरद यादव और शत्रुध्न सिन्हा को वहां से उठ कर जाना पड़ा.
लालू से मिलने के बाद झलकी शरद की तल्खी
लालू से मिलकर बाहर आये शरद यादव के चेहरे और बातों से हसरत पूरी न होने की झलक मिल रही थी. मीडिया से बातचीत में शरद यादव ने चुनाव से पहले ही तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का दावेदार मानने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि महागठबंधन के सभी दलों से राय विचार कर मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित किया जायेगा. वैसे शऱद यादव ने दावा किया कि बिहार चुनाव को लेकर भी लालू यादव से उनकी बातचीत हुई. लेकिन तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद का दावेदार न मानकर उन्होंने जता दिया कि लालू यादव से कैसी बातचीत हुई.
क्या चाहते हैं शरद यादव
जानकारों की मानें तो शऱद यादव दो महीने बाद होने जा रहे राज्यसभा चुनाव में अपने लिए सीट चाहते हैं. दो महीने बाद 5 सीटों पर चुनाव होने जा रहा है और आरजेडी को दो सीटें मिलनी तय है. शरद यादव अपने लिए राज्यसभा की सीट चाहते हैं. लेकिन लालू यादव किसी सूरत में उन्हें राज्यसभा भेजने को तैयार नहीं हैं.