ब्रेकिंग न्यूज़

बिहार में तेज रफ्तार का कहर: बेतिया, रोहतास और बेगूसराय में सड़क हादसे, दो की मौत, आठ घायल IIT पटना में बनेगा फायर टेस्टिंग और ट्रेनिंग सेंटर, भवन निर्माण विभाग और आईआईटी के बीच हुआ समझौता PATNA: महिलाओं में बढ़ते एंडोमेट्रियल कैंसर को लेकर जागरूकता कार्यक्रम, विशेषज्ञों ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव Bihar News: पटना में बनेगा फायर टेस्टिंग और ट्रेनिंग सेंटर, भवन निर्माण विभाग और IIT के बीच हुआ करार Bihar News: पटना में बनेगा फायर टेस्टिंग और ट्रेनिंग सेंटर, भवन निर्माण विभाग और IIT के बीच हुआ करार Bihar Transfer Posting: परिवहन विभाग में चार ADTO का तबादला, 4 में एक को दो जिलों का मिला जिम्मा SUPAUL: VIP नेता संजीव मिश्रा ने क्रिकेट टूर्नामेंट का किया उद्घाटन, खेल को जीवन का हिस्सा बनाने का दिया संदेश UP News: योगी सरकार ने बदल दिए पांच इंजीनियरिंग कॉलेजों के नाम, अब इस नाम से जाने जाएंगे UP News: योगी सरकार ने बदल दिए पांच इंजीनियरिंग कॉलेजों के नाम, अब इस नाम से जाने जाएंगे Bihar News: बिहार की इस नदी पर 9 करोड़ की लागत से बनेगा स्थायी पुल, यूपी से बढ़ जाएगी कनेक्टिविटी

लालू को मिल गया फेवरेट चुनावी मुद्दा, क्या इस बार भी आरक्षण पर BJP को देंगे पटखनी

1st Bihar Published by: Updated Fri, 12 Jun 2020 02:37:41 PM IST

लालू को मिल गया फेवरेट चुनावी मुद्दा, क्या इस बार भी आरक्षण पर BJP को देंगे पटखनी

- फ़ोटो

PATNA:  बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर लालू प्रसाद ने आरक्षण को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है. यह लालू का फेवरेट मुद्दा है. इसका फायदा 2015 के चुनाव में लालू प्रसाद उठा चुके हैं.

लोगों को किया आगाह

लालू प्रसाद ने ट्वीट किया कि ‘’संविधान निहित बुनियादी अधिकार ही नहीं रहेंगे तो फिर संविधान बचा ही कहां? कल को कोई भाजपाई कहेगा कि दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और वंचितों का मतदान का अधिकार भी मौलिक नहीं है. मौलिक तो सब मनुस्मृति में लिखा है वह है. तो देश कहां जाएगा? क्या इसका अंदाज़ा है?’’



2015 में भी उठाया था मुद्दा

2015 विधानसभा चुनाव में भी लालू प्रसाद ने संघ प्रमुख मोहन का बयान दिया था कि जो आरक्षण के पक्ष और उसके खिलाफ है उनको फिर से विचार करना चाहिए. इस बयान पर लालू प्रसाद ने बीजेपी को घेरा था. लालू प्रसाद ने संघ प्रमुख के बयान के जरिए सियासी माहौल को पूरी तरह बदल दिया था. चुनावी रैली और सभा में बार-बार कहते थे कि अगर किसी में हिम्मत है तो वह आरक्षण खत्म करके दिखाए. इसका महागठबंधन को फायदा हुआ और बीजेपी की हार हो गई थी. 2020 में भी लालू एक बार फिर आरक्षण को लेकर मुद्दा उठाया है. बता दें कि कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है.