PATNA: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर लालू प्रसाद ने आरक्षण को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है. यह लालू का फेवरेट मुद्दा है. इसका फायदा 2015 के चुनाव में लालू प्रसाद उठा चुके हैं.
लोगों को किया आगाह
लालू प्रसाद ने ट्वीट किया कि ‘’संविधान निहित बुनियादी अधिकार ही नहीं रहेंगे तो फिर संविधान बचा ही कहां? कल को कोई भाजपाई कहेगा कि दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और वंचितों का मतदान का अधिकार भी मौलिक नहीं है. मौलिक तो सब मनुस्मृति में लिखा है वह है. तो देश कहां जाएगा? क्या इसका अंदाज़ा है?’’
2015 में भी उठाया था मुद्दा
2015 विधानसभा चुनाव में भी लालू प्रसाद ने संघ प्रमुख मोहन का बयान दिया था कि जो आरक्षण के पक्ष और उसके खिलाफ है उनको फिर से विचार करना चाहिए. इस बयान पर लालू प्रसाद ने बीजेपी को घेरा था. लालू प्रसाद ने संघ प्रमुख के बयान के जरिए सियासी माहौल को पूरी तरह बदल दिया था. चुनावी रैली और सभा में बार-बार कहते थे कि अगर किसी में हिम्मत है तो वह आरक्षण खत्म करके दिखाए. इसका महागठबंधन को फायदा हुआ और बीजेपी की हार हो गई थी. 2020 में भी लालू एक बार फिर आरक्षण को लेकर मुद्दा उठाया है. बता दें कि कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है.