PATNA : चारा घोटाले से जुड़े पांचवें मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एक बार फिर से रांची के रिम्स में एडमिट हैं। रिम्स के पेइंग वार्ड में लालू यादव को शिफ्ट किया गया है और अब लालू के इलाज के लिए रिम्स में सात सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन भी कर दिया गया है। इस मेडिकल बोर्ड में डॉ विद्यापति के अलावे डॉ सीपी शर्मा, डॉ डीके झा, क्रिटिकल केयर के इंचार्ज पीके भट्टाचार्य, कार्डियोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ प्रकाश और यूरोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ अरशद जमाल के साथ-साथ नेफ्रोलॉजी की एचओडी डॉ प्रज्ञा घोष पंत भी शामिल हैं। लालू प्रसाद को अलग-अलग तरह की बीमारियां हैं और इसी को देखते हुए रिम्स में इस मेडिकल बोर्ड का गठन किया है। अलग-अलग विभागों के एचओडी लालू यादव की सेहत पर नजर रखेंगे।
डोरंडा ट्रेजरी से अवैध निकासी के मामले में कोर्ट ने जब लालू यादव को दोषी करार दिया तो उन्हें जेल भेजने की तैयारी हो रही थी। उसी वक्त लालू यादव की तरफ से खराब सेहत का हवाला देते हुए रिम्स भेजने के लिए आवेदन दिया गया था। सुनवाई के बाद अदालत में आवेदन को खारिज कर दिया और उन्हें जेल भेजने का निर्देश दिया। हालांकि कोर्ट ने यह जरूर कहा कि उनके इलाज को लेकर जेल प्रशासन ही कोई फैसला लेगा। कोर्ट के आदेश के बाद लालू यादव को रांची के होटवार जेल लाया गया और उसके बाद मेडिकल ग्राउंड पर डॉक्टरों ने उन्हें रिम्स रेफर कर दिया। इसके बाद लालू यादव रिम्स के पेइंग वार्ड A-11में एडमिट हैं।
इसके पहले दूसरे मामलों में जो लालू यादव को सजा सुनाई गई थी तब भी आरजेडी सुप्रीमो रिम्स के पेइंग वार्ड में ही रह रहे थे। लालू यादव की सेहत में जब ज्यादा परेशानी हुई तो उन्हें रिम्स से दिल्ली एम्स शिफ्ट किया गया था। दिल्ली एम्स में रहते हुए ही उन्हें जमानत मिली थी और उसके बाद लालू यादव दिल्ली एम्स से डिस्चार्ज होकर अपनी बेटी मीसा भारती के दिल्ली स्थित आवास पहुंचे थे। बाद में लालू यादव दिल्ली से पटना तक सक्रिय रहे लेकिन अब एक बाद से वह रिम्स में एडमिट हैं। लंबे अरसे बाद उन्होंने रिम्स में रात गुजारी है।