दलित विधायिका को क्वारंटाइन करने के बाद बिहार में गरमाई सियासत, जदयू ने लालू परिवार पर लगाये आरोप

दलित विधायिका को क्वारंटाइन करने के बाद बिहार में गरमाई सियासत, जदयू ने लालू परिवार पर लगाये आरोप

PATNA : लालू से मिलने जा रही दलित विधायिका समता देवी को झारखंड में क्वारंटाइन किए जाने पर बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने लालू पर जमकर निशाना साधा है. 


उन्होंने कहा कि लालू परिवार की लीला अद्भुत है. झारखंड में सत्ता में इनकी हिस्सेदारी है. सत्ता का रसूख देखिए कि इनके परिजन जब रांची जाते हैं, कानून का उल्लंघन करते हैं तो राजनीति के नव सामंत को क्वारंटाइन नहीं किया जाता है. लेकिन इनके दल की दलित विधायिका समता देवी को क्वारंटाइन कर दिया गया. 


उन्होंने तेजस्वी यादव से कहा कि जुबान खोलिए और बताईए कि कौन सही है और कौन गलत है, सोने का चम्मच लेकर जिसने जन्म लिया है वो क्वारंटाइन नहीं होगा पर विधायिका दलित है तो क्वारंटाइन होंगी, आखिर ये दोहरा मापदंड क्यों?


हम आपको बता दें कि कोरोना वायरस के मद्देनजर झारखंड प्रशासन ने नए निर्देश जारी किये हैं कि बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को 14 दिनों तक क्वारंटाइन किया जाएगा और इसी नियम के तहत समता देवी को क्वारंटाइन किया गया है. वहीं नियम जारी होने के ही दिन बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद अखिलेश सिंह भी लालू प्रसाद मिलने गए थे वहीं शाम को मिलने गई समता देवी को प्रशासन द्वारा क्वारंटाइन कर दिया गया. जाहिर सी बात है कि इस पूरे मामले के बाद सियासत तेज हो गई है. 


मामले पर राजद के प्रवक्ता मृत्यंजय तिवारी ने नीरज कुमार पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि झारखण्ड में तो नियमों का पालन किया जा रहा है लेकिन बिहार में तो खुलेआम लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है लेकिन इस तरफ लोगों का ध्यान नहीं है. लोग दूसरे राज्य की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े करने में मशगुल हैं.