लालू ने तेजस्वी को दिया पावर, कहा- बड़े मामलों पर अब सिर्फ तेजस्वी ही बोलेंगे

लालू ने तेजस्वी को दिया पावर, कहा- बड़े मामलों पर अब सिर्फ तेजस्वी ही बोलेंगे

DELHI : दिल्ली में आज से शुरू हुई आरजेडी की दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक में तेजप्रताप और श्याम रजक प्रकरण के बाद गहमागहमी बनी रही। राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने बिना सोचे समझे कुछ भी बोलने वाले पार्टी के नेताओं को सख्त हिदायत दी है। मंच से बड़ा एलान करते हुए लालू ने साफ कर दिया कि अब पार्टी में आरजेडी में नीतिगत और महत्वपूर्ण मुद्दों पर सिर्फ तेजस्वी यादव ही बोलेंगे, दूसरे नेताओं को बोलने की इजाजत नहीं होगी।


लालू प्रसाद ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा है कि संगठन को मजबूत करने के लिए तेजस्वी यादव लगातार काम कर रहे हैं। पार्टी की एकता बढ़ रही है और एकता में ही ताकत है। उन्होंने कहा कि किसी को कहीं इधर-उधर झांकने की जरूरत नहीं हैं। कुछ भी बोलने के पहले सभी को संभल कर बोलना चाहिए। लालू ने एलान किया कि अब किसी भी बड़े मामले पर सिर्फ तेजस्वी यादव ही बोलेंगे। किसके मुंह से क्या निकल जाएगा और मामला गड़बड़ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी ने तय किया है कि जो भी नीतिगत मामले हैं या जो भी समस्या है उसपर सिर्फ तेजस्वी यादव ही बोलेंगे।


बता दें कि पिछले दिनों आरजेडी नेताओं के बयान के कारण जेडीयू और राष्ट्रीय जनता दल के बीच रिश्तों में खटास आने लगी थी। पटना में राज्य कार्यकारिणी की बैठक के दौरान आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने खुले मंच से यह कह दिया था कि 2025 में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़े और तेजस्वी यादव को बिहार की गद्दी सौंपकर आश्रम जाने की तैयारी करें। शिवानंद तिवारी ने देश में विपक्ष को एकजुट करने के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुहिम पर भी सवाल उठाया था। शिवानंद तिवारी ने कहा था कि विपक्षी दलों को एक साथ लाना बेहद चुनौतीपूर्ण काम है और नीतीश कुमार जो काम करने निकले हैं वह तराजू में मेंढक तोलने जैसा है। शिवानंद तिवारी के इस बयान के बात जेडीयू नेताओं ने कड़ी आपत्ति जताई थी।


इसके तुरंत बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने दिल्ली में बयान दिया कि 2023 में नीतीश कुमार बिहार की गद्दी तेजस्वी यादव को सौंपकर देश की राजनीत करेंगे। जगदानंद सिंह के इस बयान के बाद बिहार की राजनीत एक बार फिर गरमा गई थी। जेडीयू ने यहां तक कह दिया था कि जगदानंद सिंह के मन में आशंका है, इसलिए उनके बयान को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। इधर, जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह के मंत्री पद से इस्तीफे को लेकर भी खूब सियासत हुई। आरजेडी और जेडीयू नेताओं की बयानबाजी के बाद दोनों दलो के रिश्तों पर सवाल उठने लगे थे लेकिन इसी बीच आरजेडी की बैठक में आज जो कुछ हुआ उसके बाद लालू प्रसाद ने मंच से एलान कर दिया कि किसी भी महत्पूर्ण मुद्दे पर अब सिर्फ तेजस्वी यादव ही बोलेंगे।