PATNA : 2020 का विधानसभा चुनाव और राष्ट्रीय जनता दल के लिए कई मायनों में अलग होगा। आरजेडी के सामने इस बार लालू मैजिक की बजाय जमीनी स्तर पर काम करने की चुनौती है। आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता है और फिलहाल उनके जेल से बाहर आने की उम्मीद ना के बराबर है। ऐसे में केवल लालू के भरोसे अब आरजेडी आगे नहीं बढ़ सकती। पार्टी की कमान संभाल रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इस बात को भलीभांति समझते हैं लिहाजा अब संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की कवायद शुरू हो गई है।
यही वजह है कि तेजस्वी यादव ने। पार्टी के जिलाध्यक्ष के चयन में विशेष सतर्कता बरती है। तेजस्वी नए फार्मूले के तहत आगे बढ़ना चाहते हैं लिहाजा संगठन में यादव और मुस्लिम के अलावे अन्य पिछड़ी जातियों और दलितों को भी भागीदारी दी जा रही है। तेजस्वी यादव आज अपनी पार्टी के जिलाध्यक्षों और जिला प्रधान महासचिव के साथ बैठक करने वाले हैं। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर आवास पर यह बैठक दोपहर बाद शुरू होगी। बाइक में हवा हवाई संगठन की बजाय जमीनी स्तर पर उसे मजबूत बनाने को लेकर तेजस्वी जिलाध्यक्षों को गाइडलाइन देंगे। उनके साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह भी मौजूद रहेंगे।
राष्ट्रीय जनता दल को कभी वन मैन पार्टी माना जाता था। लालू यादव का जलवा ऐसा रहा कि उनके जादू पर ही पार्टी का संगठन चलता रहा। संगठन में कोई किसी पद पर रहे या ना रहे पार्टी लालू यादव के नाम से ही पार्टी चलती रही। लेकिन अब लालू की गैरमौजूदगी में उनके मैजिक को विधानसभा चुनाव में भुनाना आसान नहीं नहीं होगा। सामने बीजेपी और जेडीयू की कड़ी साझा चुनौती है लिहाजा तेजस्वी ने अभी से संगठन को जमीनी स्तर पर खड़ा करने की दिशा में कदम आगे बढ़ाया है।