PATNA: कुछ दिनों पहले ही आरजेडी से इस्तीफा देने वाले सीनियर नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपने क्षेत्र के विकास को लेकर और आरजेडी के साथ जुड़ने रहने को लेकर उन्होंने इमोशनल लेटर लिखा था. आज रघुवंश प्रसाद सिंह का दिल्ली एम्स में निधन हो गया है. हर संकट में रघुवंश प्रसाद सिंह लालू के साथ खड़े रहे थे. वह 32 साल तक साथ रहे.
तीन दिन पहले दिया था इस्तीफा
10 सिंतबर को रघुवंश प्रसाद ने आरेजडी से इस्तीफा दे दिया था. रघुवंश ने लेटर लिखा था कि ''सेवा में, राष्ट्रीय अध्यक्ष महोदय,रिम्स अस्पताल, रांची. जननायक कर्पूरी ठाकुर के निधन के बाद 32 वर्षों तक आपके पीठ पीछे खड़ा रहा, लेकिन अब नहीं।पार्टी के नेता, कार्यकर्ताओं और आमजन ने बड़ा स्नेह दिया, मुझे क्षमा करें. रघुवंश प्रसाद सिंह''
आरजेडी से नाराज थे रघुवंश
रघुवंश प्रसाद सिंह आरजेडी से इन दिनों नाराज चल रहे थे. जिसके कारण उन्होंने इस्तीफा दे दिया था. नाराजगी की शुरूआत रामा सिंह के आरजेडी में एंट्री के चर्चा के साथ ही हो गई थी. रघुवंश प्रसाद सिंह आरजेडी में रामा का विरोध कर रहे हैं. इसके कारण ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इस बीच तेजप्रताप यादव ने बयान दे दिया था कि आरजेडी पार्टी समुद्र है. एक लोटा पानी निकल जाएगा तो कोई अंतर नहीं पड़ता है. जब मामला और तूल पकड़ा तो तेजप्रताप ने सफाई दी और कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह चाचा हैं. वह हमलोगों से नाराज नहीं हैं. नाराजगी के कारण ही रामा सिंह की अब तक आरजेडी में एंट्री नहीं हो पायी थी. लालू प्रसाद नहीं चाहते हैं कि रघुवंश प्रसाद पार्टी से नाराज हो.