PATNA: आरजेडी के सबसे कद्दावर नेता माने जाने वाले रघुवंश प्रसाद की नाराजगी अभी दूर नहीं हुई है। पार्टी के फैसलों और उसकी नीतियों को लेकर लगातार नाराजगी जताने वाले रघुवंश प्रसाद इन दिनों पूर्व सांसद रामा सिंह की आरजेडी में एंट्री के अंदेशे से भड़के हुए हैं और इस आग में घी का काम किया तेजप्रताप यादव के एक बयान ने। तेजप्रताप ने रघुवंश प्रसाद को आरजेडी के समुद्र का एक लोटा पानी बता दिया हांलाकि लालू ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश की। लालू के समझाने पर तेजप्रताप के सुर तो बदल गये उन्होंने कहा कि रघुवंश प्रसाद हमारे अभिभावक हैं। लालू ने अपने दूतों के माध्यम से रघुवंश प्रसाद से भी संपर्क साधा और उनको मनाने की कोशिश की लेकिन रघुवंश प्रसाद सिंह के करीबी सूत्रों की माने तो रघुवंश प्रसाद लालू के मनाने पर भी नहीं माने हैं।
रघुवंश प्रसाद सिंह के जेडीयू में जाने के कयास लंबे वक्त से लगते रहे हैं हांलाकि इसको लेकर रघुवंश प्रसाद सिंह की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है। वे बीमार हैं और दिल्ली के एम्स में भर्ती हैं। रघुवंश से मुलाकात करने के बाद आरजेडी के एक नेता ने दावा किया कि उनकी सेहत सुधर गयी है और अब वे पूरी तरह से ठीक हैं। यह तय माना जा रहा है कि रघुवंश प्रसाद अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अपने पत्ते खोलेंगे।
रघुंवश प्रसाद सिंह की नाराजगी नई नहीं है। आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ उन्होंने एक वक्त पर मोर्चा खोल दिया था और उन्हें तानाशाह बता दिया था। जगदानंद सिंह से आर-पार की लड़ाई लड़ने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद आरजेडी की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अगर उनको लेकर लगाये जाने वाले कयास सही साबित होते हैं तो विधानसभा चुनाव से पहले यह तेजस्वी यादव के लिए एक और बड़ा झटका होगा। हालांकि रघुंवश प्रसाद सिंह की नाराजगी की वजह से आरजेडी के अंदरखाने बेचैनी बढ़ी हुई है। लालू अपने दूतों के माध्यम से रघुवंश प्रसाद सिंह को मनाने की कोशिश लगातार कर रहे हैं। आरजेडी सूत्रों का दावा है कि रघुवंश प्रसाद सिंह को मना लिया जाएगा क्योंकि आरजेडी ने उनकी नाराजगी खत्म करने के लिए बीच का रास्ता निकाल लिया है।