लालू के लिए चूड़ा-दही लेकर रिम्स पहुंचे समर्थक, डॉक्टरों ने तिलकुट खाने की दी इजाजत

लालू के लिए चूड़ा-दही लेकर रिम्स पहुंचे समर्थक, डॉक्टरों ने तिलकुट खाने की दी इजाजत

RANCHI: मकर संक्रांति पर लालू यादव के चूड़ा-दही भोज की चर्चा न हो ऐसे हो नहीं सकता। लालू यादव के बिहार में मौजूद नहीं रहने से विपक्ष का चूड़ा-दही भोज जरुर फीका पड़ गया है। जेडीयू में जहां नेताओं का जमावड़ा लगा है वहीं आरजेडी खेमे में उदासी छायी हुई है। कुछ भी हो लेकन लालू इस दिन चूड़ा-दही का भोज करने नहीं भूलते चाहे कितनी भी पाबंदी क्यों न लगी हो।


लालू रिम्स के पेइंग वार्ड में मकर संक्रांति का पर्व मना रहे हैं। इस मौके पर उनके समर्थक चूड़ा-दही, तिलकुट और मिठाई लेकर पहुंचे हैं। लालू के खाने-पीने में डॉक्टरों ने कड़ी पाबंदी लगा रखी है लेकिन उन्हें कम मात्रा में तिलकुट और दही-चूड़ा खाने की छूट दी है।


दही-चूड़ा के लिए लालू यादव की दीवानगी इसी से समझी जा सकती है। जब लालू यादव ने जज के सामने गुहार लगाते हुए कहा था कि जेल मत भेजिए हुजूर! हम मकर संक्रांति कैसे मनाएंगे, दही-चूड़ा कैसे खाएंगे? साल 2018 में रांची की विशेष सीबीआइ अदालत के जज शिवपाल सिंह ने तब कहा था कि लालूजी जेल में आपके लिए दही-चूड़ा का इंतजाम हो जाएगा।  बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल के कैदी नंबर 3351 लालू के लिए यह लगातार तीसरा साल होगा, जब वे रांची के रिम्‍स में ही सकरात में दही-चूड़ा और तिल-गुड़ खा रहे हैं।