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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 17 Nov 2023 06:29:59 PM IST
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DESK: लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री काल में नौकरी पाने वाले रेल कर्मचारियों पर गाज गिरने लगी है. सीबीआई ने ऐसे 50 रेल कर्मचारियों को पूछताछ के लिए तलब किया है. आरोप है कि ये सब वैसे लोग हैं, जिन्होंने लालू परिवार के नाम जमीन लिखी थी, बदले में बिना किसी प्रक्रिया का पालन किया उन्हें रेलवे में ग्रुप डी के पद पर बहाल कर दिया गया.
सीबीआई सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक रेलवे में ग्रुप डी की नौकरी करने वाले 50 कर्मचारियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. ये कर्मचारी पूर्व मध्य रेलवे, नालंदा और अंबाला डिविजन में तैनात है. आरोप है कि इन कर्मचारियों को लालू यादव के रेल मंत्री रहते नौकरी दी गयी थी. इसमें किसी तरह की कोई परीक्षा, इंटरव्यू नहीं लिया गया था. ना ही नियुक्ति के लिए कोई विज्ञापन निकाला गया था. रेल मंत्री के पास से आर्डर गया और उन्हें नौकरी पर बहाल कर लिया गया. आरोप ये है कि इनमें से कई लोगों की जमीन लालू यादव के परिजनों के नाम पर लिखवायी गयी.
सोनपुर डिवीजन के 9 कर्मचारियों को नोटिस
सीबीआई के अधिकारी बिजय कुमार ने रेलवे के सोनपुर डिविजन के सीनियर कोचिंग डिपो इंचार्ज को पत्र भेजा है. इस पत्र में कहा गया है कि वे कर्मचारियों को उचित दस्तावेजों के साथ दिल्ली में सीबीआई मुख्यालय पहुंचने की इजाजत दें. सीबीआई ने इन कर्मचारियों को पूछताछ के लिए 21 और 25 नवंबर को दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय में बुलाया है. सोनपुर के जिन 9 कर्मचारियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है, वे मकेनिकल डिपार्टमेंट में काम करते हैं, जबकि एक बरौनी जंक्शन में तैनात है.
बता दें कि सीबीआई और ईडी रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले की जांच कर रहे हैं. पिछले 11 नवंबर को ईडी ने अमित कात्याल नाम के कारोबारी को गिरफ्तार किया है और उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. आरोप है कि अमित कात्याल ने रेलवे में जमीन के बदले नौकरी घोटाले को अंजाम देने के लिए एके इंफोसिस्टम नाम की कंपनी बनायी. इस कंपनी के नाम पर उन लोगों से जमीन रजिस्ट्री करवायी गयी, जिनके परिजनों को रेलवे में नौकरी दी गयी थी. बाद में अमित कात्याल ने तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी को एके इंफोसिस्टम कंपनी का मालिक बना दिया.
अभी तक सीबीआई लालू परिवार पर शिकंजा कस रही थी. अब उन कर्मचारियों को घेरा जा रहा है जिन्होंने लालू यादव के कार्यकाल में नौकरी हासिल की थी. सीबीआई ने ऐसे 50 कर्मचारियों को कहा है कि वे अपनी नियुक्ति संबंधित कागजातों के साथ साथ शैक्षणिक, रिहायशी दस्तावेज लेकर आएं. इसके साथ ही कैरेक्टर सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, पैन कार्ड और विभाग का आईडी कार्ड भी लेकर आने को कहा गया है.
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक अंबाला रेल डिविजन के सीनियर डिविजनल पर्सनल ऑफिसर को भी पत्र भेजा गया है. उन्हें कहा गया है कि वे अपने अधीन काम करने वाले 11 कर्मचारियों को पूछताछ में शामिल होने के लिए भेजे. सीबीआई ने दूसरे डिवीजन के अधिकारियों को भी ऐसा ही पत्र भेजा है. सीबीआई सूत्र बता रहे हैं कि कर्मचारियों से पूछताछ में जमीन के बदले नौकरी मामले में नये तथ्यों को खुलासा हो सकता है.