लालू-राबड़ी के बगैर तेजस्वी और तेजप्रताप की कोई औकात नहीं, सुशील मोदी बोले.. पैसे लेकर मंत्री बनाता था लालू परिवार

लालू-राबड़ी के बगैर तेजस्वी और तेजप्रताप की कोई औकात नहीं, सुशील मोदी बोले.. पैसे लेकर मंत्री बनाता था लालू परिवार

PATNA : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनकी बड़ी बहन राज्यसभा सांसद मीसा भारती के ऊपर टिकट बेचने के मामले में केस दर्ज हुआ है। ऐसे में बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी को लालू परिवार के ऊपर हमला बोलने का एक और मौका मिल गया है। 


बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी लालू परिवार के ऊपर हमला बोलने में माहिर माने जाते हैं। यही वजह है कि तेजस्वी और मीसा भारती के ऊपर केस दर्ज होने के बाद सुशील मोदी ने एक बार फिर लालू परिवार को आड़े हाथों लिया है। सुशील मोदी ने आरोप लगाया है कि लालू-राबड़ी शासनकाल में सरकार के अंदर जो लोग मंत्री बनते थे वह भी लालू परिवार को चढ़ावा चढ़ाते थे।


इतना ही नहीं सुशील कुमार मोदी ने दो टूक शब्दों में कहा है कि लालू और राबड़ी के बगैर तेजस्वी और तेजप्रताप की कोई औकात नहीं है। सुशील मोदी ने कहा कि भले ही विधानसभा चुनाव के दौरान लालू यादव की तस्वीर आरजेडी के पोस्टर बैनर से हटा दी गई हो लेकिन अब एक बार फिर लालू यादव की तस्वीर सामने कर दी गई है। 


हकीकत यह है कि तेजस्वी की औकात लालू यादव के बगैर कुछ भी नहीं है। सुशील मोदी ने कहा कि लालू परिवार जो खेल बिहार की राजनीति में लंबे अरसे से करता रहा है उसको देखते हुए इस नए मामले को देखकर बहुत ज्यादा अचरज करने की जरूरत नहीं है।



गौरतलब है कि बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव और उनकी बहन मीसा भारती समेत 6 लोगों के खिलाफ पटना की एक अदालत ने पैसे लेकर टिकट न देने के एक मामले में FIR दर्ज करने का फरमान जारी किया है। इन दोनों के अलावा इस मामले में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे सदानंद सिंह के बेटे शुभानंद मुकेश के खिलाफ भी केस दर्ज करने का आदेश जारी किया गया। 


सुशील मोदी ने कहा कि बक्सर एवं भागलपुर के कुछ लोगों ने पैसे लेकर टिकट न देने का आरोप आरजेडी पर लगाया है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की तरह पैसे लेकर काम करने का काम अब तेजस्वी कर रहे हैं। लेकिन सही मायने में लालू के बिना तेजप्रताप और तेजस्वी की कोई औकात नहीं है। बात राज्यसभा सांसद की हो या एमएलसी की सभी ने आरजेडी को पैसे देकर सीट हासिल की है। शराब माफिया, बालू माफिया और बड़े-बड़े कॉन्ट्रैक्टर भी आरजेडी के एमएलसी हैं। आरजेडी में कोई कार्यकर्ता एमएलसी नहीं बनता बल्कि पैसे देने वालों को ही यह नसीब हो पाता है।