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1st Bihar Published by: Updated Sat, 30 Jul 2022 08:01:00 PM IST
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HAJIPUR: लालू-राबड़ी परिवार में घमासान की एक नयी तस्वीर सामने आ गयी है. परिवार के बडे बेटे तेजप्रताप यादव ने अपने छोटे भाई तेजस्वी के चहेते विधायक को सड़क पर लाने का इंतजाम कर दिया है. तेजप्रताप ने आज एलान किया कि वह अगला चुनाव महुआ विधानसभा क्षेत्र से लड़ेंगे. इस क्षेत्र से राजद के विधायक मुकेश रोशन हैं जो तेजस्वी के काफी करीबी माने जाते हैं. तेजप्रताप यादव ने विधायक मुकेश रोशन का पत्ता काटने का खुला एलान कर दिया. तेजप्रताप यादव का ये एलान तेजस्वी यादव को भारी मुसीबत में फंसा सकता है।
फिर महुआ से प्यार
बता दें कि तेजप्रताप यादव 2015 में पहली दफे वैशाली जिले के महुआ विधानसभा क्षेत्र से ही विधायक बने थे. लेकिन 2020 में वे समस्तीपुर जिले के हसनपुर से चुनाव लड़ने चले गये. इसके बाद तेजस्वी ने महुआ से अपने करीबी मुकेश रोशन को टिकट दिया और वे चुनाव जीत भी गये. लेकिन तेजप्रताप यादव को एक बार फिर महुआ से प्यार हो गया है।
तेजप्रताप यादव आज पूरे लाव लश्कर के साथ महुआ पहुंचे. वहां लोगों की सभा की. तेजप्रताप बोले-जब हमारी सरकार थी तो हमने महुआ में मेडिकल कॉलेज खोलने का फैसला लेने का काम किया था. अब वह मेडिकल कॉलेज बन कर तैयार हो गया है. अब फिर से हमारी सरकार आयेगी तो महुआ को जिला बना देंगे.
तेजप्रताप की इस सभा में एलान किया गया कि वे फिर से महुआ से ही चुनाव लडेंगे. सभा में कहा गया-राबड़ी देवी ने कहा है कि महुआ के लोगों को जो कोई भी काम हो वे तेजप्रताप यादव से आकर मिलें. तेजप्रताप यादव ही अब महुआ से चुनाव लड़ेंगे. इसलिए राजद के नेता तेजप्रताप यादव से ही संपर्क में रहें.
तेजस्वी के लिए मुसीबत
तेजप्रताप यादव पिछला चुनाव हसनपुर विधानसभा क्षेत्र से भारी वोटों से जीते थे. फिर उन्हें महुआ विधानसभा क्षेत्र से प्यार क्यों हो गया. सियासी हलके में सवाल यही उठ रहा है. तेजप्रताप यादव का ये एलान तेजस्वी को मुसीबत में डाल सकता है. दरअसल महुआ के विधायक मुकेश रोशन कद्दावर यादव परिवार से आते हैं, जिनका पूरे वैशाली जिले में प्रभाव है. इस जिले में राघोपुर विधानसभा क्षेत्र है जहां से तेजस्वी यादव विधायक हैं. जाहिर है अगर मुकेश रोशन की विधायिकी जायेगी तो उसका असर तेजस्वी के विधानसभा क्षेत्र में भी देखने को मिलेगा.
अहम बात ये है कि मुकेश रोशन यादवों की मझरौठ उप जाति से आते हैं, जिसकी वैशाली जिले में बहुलता है. वैशाली जिले में यादवों की कृष्णौट और मझरौठ उपजाति के बीच सत्ता को लेकर पुराना आपसी टकराव रहा है. स्थानीय निकाय कोटे से होने वाले विधान परिषद के पिछले चुनाव में राजद के उम्मीदवार सुबोध राय चुनाव हार गये थे. चुनाव हारने के बाद सुबोध राय ने खुल कर मीडिया के सामने कहा कि मझरौठ लोगों ने मुझे वोट नहीं दिया. सुबोध राय खुद कृष्णौट उपजाति से आते हैं. वैशाली जिले में ही बीजेपी के यादव चेहरा नित्यानंद राय कृष्णौट वोट बैंक की राजनीति करते रहे हैं.
ऐसे में अगर बेहद प्रभावशाली मझरौठ परिवार से आने वाले मुकेश रोशन का पत्ता काट कर तेजप्रताप खुद चुनाव लड़ने का एलान कर रहे हैं तो असर तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र में भी पडेगा. यादवों की बहुलता वाले वैशाली जिले में अगर मझरौठ वोट बैंक नाराज हुआ तो असर पास के छपरा जिले तक में होगा. जाहिर है मुश्किल में तेजस्वी यादव फंसेंगे. वैसे चुनाव में फिलहाल तीन साल बाकी है औऱ इस बीच ढेर सारी राजनीति होनी बाकी है.