PATNA : जमानत पर रिहा होने के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भले ही राजनीतिक तौर पर सक्रिय नहीं हुए हो लेकिन सोशल मीडिया के जरिए वे लगातार बिहार की राजनीति में एक्टिव हैं। लालू प्रसाद यादव ने अपने सियासी छोटे भाई नीतीश कुमार पर आरोप लगाया है कि वह उनका नाम मिटा देना चाहते हैं। दरअसल आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव उनके कार्यकाल में किए गए उद्घाटन कार्यों और योजनाओं की बदहाल स्थिति को लेकर भड़के हुए हैं।
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट करते हुए सहरसा रेफरल अस्पताल की बदहाल स्थिति वाली तस्वीरें साझा की है। साथ ही साथ शिलापट्ट भी शेयर किया है जिस पर उनका नाम लिखा है। लालू ने बताया है कि साल 1995 में मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने इस रेफरल हॉस्पिटल का उद्घाटन किया था। सोचा था कि 14 करोड़ की लागत से बने इस हॉस्पिटल के जरिए पूर्वी और पश्चिमी तटबंध के अंदर बसे लोगों तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाई जा सके लेकिन लालू का आरोप है की नकारात्मक मानसिकता वाली सरकार ने इसे बदहाल कर दिया। लालू प्रसाद ने आरोप लगाया है कि सत्ता में बैठे ऐसे लोगों ने हजारों स्वास्थ्य केंद्रों को जमींदोज कर दिया है।
दरअसल आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अपनी पार्टी की जिला यूनिट की तरफ से लगातार किए जा रहे ऐसे खुलासे वाली तस्वीरों को रीट्वीट कर रहे हैं ट्विटर पर लालू ने आरजेडी सहरसा यूनिट की तरफ से साझा की गई तस्वीरों और जानकारी को रीट्वीट करते हुए नीतीश सरकार को घेरा है।