लाल बहादूर शास्त्री की तरह अश्विनी वैष्णव भी नैतिकता के आधार पर दें इस्तीफा, बोले आनंद मोहन..रेल मंत्री को घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए

लाल बहादूर शास्त्री की तरह अश्विनी वैष्णव भी नैतिकता के आधार पर दें इस्तीफा, बोले आनंद मोहन..रेल मंत्री को घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए

JEHANABAD: ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार की शाम तीन ट्रेनों के बीच हुई भीषण टक्कर में 288 यात्रियों की मौत हो गयी जबकि एक हजार से अधिक लोग घायल हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि हादसे के कारणों का पता चल गया है घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की भी पहचान कर ली गयी है। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पूर्व सांसद आनंद मोहन ने एक बार फिर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को इस्तीफा दिये जाने की मांग कर दी है। कहा कि लाल बहादूर शास्त्री की तरह अश्विनी वैष्णव को भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। नैतिकता के आधार पर रेलमंत्री को अपना इस्तीफा सौंपा देना चाहिए। 


पूर्व सांसद आनंद मोहन और उनकी पत्नी लवली आनंद पटना से गया जाने के दौरान जहानाबाद पहुंचे जहां एक रेस्ट हाउस में उन्होंने पत्रकारों को संबोधित किया। कहा कि हम बिहार के लोगों का मिजाज जानने के लिए निकले हैं कि लोगों की क्या राय है?
आगामी 23 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में एक विशाल रैली का आयोजन होगा जिसमें 10 लाख लोगों के आने की उम्मीद है। रैली को सफल बनाने के लिए हम सभी लोगों से मिल रह हैं और रेली में आने का न्योता दे रहे हैं। 


जहानाबाद के लोगो से उन्होंने अपील किया कि वे भारी संख्या में गांधी मैदान आए और इस रैली को सफल बनाए। आनंद मोहन ने कहा कि जहानाबाद के लोगों से काफी अपेक्षा भी है और उम्मीद भी कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में यहां से लोग पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान आएंगे। 


वही लवली आनंद ने कहा कि उनके पति आनंद मोहन निर्दोष रहने के बावजूद 16 साल जेल में रहकर निकले हैं। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हमारी खुशी उन्हें बर्दाश्त नहीं हो रही है। हमारे साथ रहने वाले सैकड़ो लाखों लोगों की खुशी बर्दाश्त नहीं हो रही है और इनकी रिहाई को भाजपा के लोग चुनौती दे रहे हैं। भाजपा का असली चेहरा अब लोगों के सामने आ गया है। भाजपा के लोग आनंद मोहन को फिर से जेल के अंदर देखना चाहते हैं। ऐसे लोगों को आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में जनता सबक सिखाएंगी।


आनंद मोहन ने कहा कि भाजपा वाले हमें जेल से बाहर नहीं देखना चाहते। यही कारण है कि जी कृष्णेया की पत्नी को उकसा कर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचाया। अब हम बीजेपी को जवाब देने के लिए निकले हैं। हमने भाजपा का क्या बिगाड़ा है जो हमारे पीछे पड़ी है। हम तो 16 साल से जेल में थे हमारी खुशी भाजपा के लोगों को बर्दाश्त क्यों नहीं हो रही है।