PATNA : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सीमांचल दौरे के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है। पूर्णिया की रैली में लालू-नीतीश पर अमित शाह के हमले के बाद जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बड़ा खुलासा किया है। ललन सिंह ने कहा है कि साल 2017 में तेजस्वी यादव को आईआरसीटीसी घोटाले में फंसाकर अमित शाह ने आरजेडी से जेडीयू का गठबंधन तुड़वाने की साजिश रची। ललन सिंह के इस बयान के बाद बीजेपी नेता सुशील मोदी ने उनपर पलटवार किया है। सुशील मोदी ने कहा है कि ललन सिंह केंद्र में मंत्री नहीं बन पाए इसलिए हताशा में इस तरह का बयान दे रहे हैं। सुशील मोदी ने कहा है कि IRCTC घोटाले में 28 सितम्बर को आरोप तय होने वाला हैं और तेजस्वी यादव की जमानत भी उनकी धमकियों के कारण रद्द हो सकती है।
सुशील मोदी ने कहा है कि ललन सिंह केंद्रीय मंत्री नहीं बन पाने इसलिए हताशा में आकर ओछी बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात में पांच बार के विधायक, सबसे बड़ी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा का अपना पहला चुनाव 5.5 लाख वोटों से जीतने वाले गृहमंत्री अमित शाह के राजनीतिक कद के आगे ललन सिंह अपना बौनापन पचा नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि IRCTC मामले में ललन सिंह ने ही लालू परिवार के खिलाफ CBI को सबूत दिए थे। IRCTC घोटाले में 28 सितम्बर को आरोप तय होने वाला हैं और तेजस्वी यादव की जमानत भी उनकी धमकियों के कारण रद्द हो सकती है।
उन्होंने कहा कि ललन सिंह कभी भी विधानसभा चुनाव लड़ने का हिम्मत नहीं जुटा पाए। अगर वे तीन बार सासंद बने तो बीजेपी की कृपा से और उन्हें राज्यपाल कोटे से एमएलसी बनवाया गया था और अब घटिया बयानों से अपनी हताशा जाहिर कर रहे हैं। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू और ललन सिंह इसलिए हताश हैं कि अमित शाह ने केवल विकास की बात कर विरोधियों को मुस्लिम-कार्ड खेलने का मौका नहीं दिया। सुशील मोदी ने कहा कि ललन सिंह 9 अगस्त के पहले तक IRCTC घोटाले में लालू परिवार की संलिप्तता के सबूत दे रहे थे। जांच में तेजी लाने के लिए CBI के संपर्क में थे, लेकिन अब एनडीए तोड़ने में CBI की भूमिका का अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।