Bihar News: बिहार की इस नदी पर 200 करोड़ की लगत से बनेगा पुल, इंजीनियरों की टीम ने किया सर्वे Mansoon in Bihar: बिहार में मानसून की एंट्री को लेकर आई गुड न्यूज, मौसम विभाग ने दिया नया अपडेट Mansoon in Bihar: बिहार में मानसून की एंट्री को लेकर आई गुड न्यूज, मौसम विभाग ने दिया नया अपडेट Bihar News: मुर्गी की हत्या के बाद रोते-बिलखते थाने पहुंची महिला, देवर सहित 3 पर FIR दर्ज BIHAR CRIME: जहानाबाद में दिनदहाड़े 2.80 लाख की लूट, बैंक से पैसे निकालने गई महिला को बनाया निशाना Bhojpur News: अजय सिंह ने जन्मदिन पर 18 गांवों के खिलाड़ियों के बीच खेल किट का किया वितरण, युवाओं में दिखा भारी उत्साह Bhojpur News: अजय सिंह ने जन्मदिन पर 18 गांवों के खिलाड़ियों के बीच खेल किट का किया वितरण, युवाओं में दिखा भारी उत्साह Life Style: बच्चों को जरूरत से ज्यादा मीठा खिलाना पड़ सकता है भारी, हो सकती है यह गंभीर समस्या पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट से मचा हड़कंप, 4 महिलाओं की दर्दनाक मौत, 6 की हालत गंभीर Viral Video: चलती बाइक पर रोमांस कपल को पड़ा भारी, पुलिस ने काट दिया भारी भरकम चालान; वीडियो वायरल
1st Bihar Published by: Updated Mon, 21 Sep 2020 11:15:08 AM IST
- फ़ोटो
DESK : भारत-चीन सीमा पर बीते कुछ महीने से तनाव लगातार बढ़ते ही जा रहा है. हिंसक झड़प के साथ ही फायरिंग की भी कुछ घटनाएं हो चुकी हैं. लगातार बढ़ते तनाव को कम करने के लिए आज दोनों देशो के बीच छठे दौर की कोर कमांडर स्तर की वार्ता होनी है. सूत्रों के मुताबिक, इस वार्ता में पूरी तरह से सेनाएं हटाने और पूर्वी लद्दाख में शांति स्थापित करने की दिशा में बनी सहमतियों को लागू करने पर चर्चा होगी. दोनों पक्षों के बीच ये वार्ता मोल्डो में होनी है.
वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह करने वाले हैं जो लेह स्थित भारतीय थल सेना की 14 वीं कोर के कमांडर हैं. जबकि चीनी पक्ष का नेतृत्व मेजर जनरल लियू लिन के करने की संभावना है, जो दक्षिण शिंजियांग सैन्य क्षेत्र के कमांडर हैं.
इस बीच खबर है कि भारत ने पूर्वी लद्दाख में 20 से ज्यादा चोटियों पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है. इन चोटियों पर भारतीय सेना की पकड़ पहले की तुलना में काफी मजबूत है. ऐसी स्थिति में भारत इन चोटियों से चीन की नापाक हरकत पर नज़र बनाये हुए है. ये सभी चोटियां एलएसी पर भारतीय सीमा में हैं इन चोटियों पर कब्जे की चीन की कोशिशों के चलते ही एलएसी पर पिछले कुछ दिनों के भीतर तीन बार गोलियां चली हैं. एलएसी पर गोली चलने की घटना 45 साल बाद हुई है.