क्या तेजस्वी की सहमति से सुरेंद्र यादव ने सेना पर दिया आपत्तिजनक बयान? सदन में बार-बार उठ रहा मामला, चुप्पी साध ले रहे हैं डिप्टी सीएम

क्या तेजस्वी की सहमति से सुरेंद्र यादव ने सेना पर दिया आपत्तिजनक बयान? सदन में बार-बार उठ रहा मामला, चुप्पी साध ले रहे हैं डिप्टी सीएम

PATNA: भारतीय सेना को हिजड़ों की फौज करार देने वाले मंत्री सुरेंद्र यादव को क्या अपनी पार्टी के नेतृत्व का समर्थन हासिल है. पिछले दो दिनों से बिहार विधानसभा और विधान परिषद में बार-बार सुरेंद्र यादव का मामला उठ रहा है. तेजस्वी की मौजूदगी में विपक्ष सुरेंद्र यादव के बयान का मामला उठा रहा है, लेकिन तेजस्वी यादव चुप्पी साध ले रहे हैं. उसी समय उठने वाले दूसरे मामलों पर तेजस्वी जवाब दे रहे हैं लेकिन सुरेंद्र यादव के मामले पर खामोश रह जा रहे हैं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या सुरेंद्र यादव के बयान को तेजस्वी यादव का समर्थन हासिल है.


तेजस्वी की चुप्पी

बिहार विधानसभा में बुधवार को सेना पर सुरेंद्र यादव के बयान के साथ साथ गलवान शहीद  के पिता के साथ पुलिस की बदसलूकी का मामला उठा. भाजपा विधायकों ने जोरदार हंगामा किया. इसके बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव बोलने के लिए उठे. उन्होंने गलवान शहीद के पिता के साथ पुलिस बदसलूकी के मामले पर बयान दिया. हालांकि उन्होंने कहा कि पुलिस ने सही काम किया है. लेकिन सुरेंद्र यादव के मामले पर चुप्पी साध ली. तेजस्वी के जवाब के बाद विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि डिप्टी सीएम अपने मंत्री सुरेंद्र यादव के बयान पर भी बोलें. उन्हें माफी मांगने को कहे. तेजस्वी यादव अपनी सीट पर बैठे रहे. वे बोलने को तैयार नहीं हुए. बाद में बीजेपी विधायकों ने सदन का वाकआउट कर दिया.


विधान परिषद में भी हुआ हंगामा

मंत्री सुरेंद्र यादव के बयान पर मंगलवार को ही बिहार विधान परिषद में भी हंगामा हुआ. विधान परिषद में विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी समेत भाजपा के दूसरे विधान पार्षदों ने सुरेंद्र यादव से सदन में माफी मांगने को लेकर हंगामा किया. उसके बाद तेजस्वी बोलने के लिए उठे. उन्होंने सुरेंद्र यादव की कोई चर्चा नहीं. तेजस्वी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के किसी बयान का जिक्र किया. तेजस्वी ने कहा कि मोहन भागवत कह रहे हैं कि भारतीय सेना को अपनी तैयारी करने में महीनों लगते हैं. लेकिन आरएसएस के स्वयंसेवक तीन दिनों में तैयार हो जाते हैं. क्या ये सेना का अपमान नहीं है. 

भाजपा विधान पार्षद उनसे सुरेंद्र यादव पर बोलने की मांग करते रहे. तेजस्वी सुरेंद्र यादव पर एक शब्द बोलने को तैयार नहीं हुए. भाजपा के सदस्यों ने कहा कि मोहन भागवत बिहार के मंत्री या विधान पार्षद नहीं हैं. जवाब में तेजस्वी ने कहा कि आप लोग उन्हीं के कहे पर चलते हैं. बहस के बीच विधान परिषद में जमकर हंगामा हुआ और फिर सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी. 


बता दें कि राजद कोटे के तीन मंत्रियों का विवादास्पद बयान काफी चर्चा में है. मंत्री चंद्रशेखर लगातार हिन्दू धर्म ग्रंथों के खिलाफ बोल रहे हैं. राजद ने उनके खुले समर्थन का एलान कर दिया है. राजद के एक और मंत्री आलोक मेहता ने सवर्णों को अंग्रेजों का दलाल करा दिया था. तेजस्वी यादव उनके समर्थन में भी खड़े नजर आये. अब सुरेंद्र यादव के बयान पर उनकी चुप्पी बहुत सारी बातें बता दे रही हैं.