PATNA : क्या तेजस्वी यादव झूठ बोलते हैं? क्या उनको अपने विभाग के अधिकारियों के बारे में जानकारी नहीं होती है? क्या तेजस्वी अधिकारियों से वार्तालाप नहीं करते हैं? क्या तेजस्वी को उनके विभाग के तरफ से चल रही योजनाओं की सही जानकारी नहीं उपलब्ध करवाई जाती है ? यह तमाम तरह के सवाल सुल्तानगंज अगुवानी घाट पुल हादसे के बाद फिर से उठना शुरू हो गया है।
दरअसल, इस बार के विधानसभा बजट सत्र के दौरान तेजस्वी यादव से उनके ही सरकार एक नेता ने जब यह सवाल किया था कि अगुवानी घाट-सुलतानगंज पुल कबतक तैयार कर लिया जाएगा। जिसके जवाब में उन्होंने दिसंबर का महीना बताया था। इसके बाद तेजस्वी यादव को यह भी बताया गया था कि यह निर्माणाधीन पुल टूट गया था पिछले साल लेकिन कोई एक्शन क्यों नहीं हुआ तो जवाब ने आया था कि - आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी रुड़की, एनआईटी पटना से जांच विशेषज्ञ गए हैं और इसका जांच करवाया जा रहा है। लेकिन इस जवाब से परबत्ता विधायक डॉ संजीव कुमार संतुष्ट नहीं दिखे उन्होंने सवाल दोहराते हुए कहा कि 1 साल में पुल टूटने का कोई कारण ही मालूम नहीं चला। उन्होंने अंदेशा जताया था कि यदि कोई दुर्घटना वापस से घट जाए तो फिर शायद ही कोई एक्शन लिया जाए।
जदयू विधायक ने कहा कि मुझे वहां से कुछ फोटो और वीडियो भी आया था जिसमें स्पष्ट मालूम चल रहा था कि पुल टूट चुका है। इसका डिजाइन में फॉल्ट है या स्ट्रक्चर में गलती है जो भी है इसको लेकर तेजस्वी यादव को खुद मुआयना करना चाहिए। ऐसे में आवागमन चालू हो जाएगा तो फिर कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है।लेकिन इसके बाद भी तेजस्वी ने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया और बीती रात यह घटना घटित हुई है।
आपको बताते चलें कि, सरकार की ओर से जवाब दे रहे पथ निर्माण मंत्री और उप मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा था कि कोई गड़बड़ी होने नहीं दी जायेगी. तेजस्वी यादव ने विधानसभा में कहा था कि ना तो पैसे की क्षति होने दी जायेगी और ना ही जान-माल की। लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। आज पुल गिर गया।