कुर्सी के लिए कितनी कुर्बानी: तेजस्वी के सामने ही नीतीश ने लालू-राबड़ी राज की दुर्दशा की याद दिलायी, खामोश बैठे रहे राजद के राजकुमार

कुर्सी के लिए कितनी कुर्बानी: तेजस्वी के सामने ही नीतीश ने लालू-राबड़ी राज की दुर्दशा की याद दिलायी, खामोश बैठे रहे राजद के राजकुमार

PATNA: नीतीश कुमार के लिए अपनी पार्टी के नेता सुधाकर सिंह से लेकर जगदानंद सिंह को कुर्बान कर चुके तेजस्वी यादव आखिरकार कितनी कुर्बानी देंगे. आज पटना में उस वक्त का तेजस्वी का चेहरा देखने लायक था जब उनके सामने ही नीतीश कुमार लालू-राबड़ी के शासनकाल को कोस रहे थे. नीतीश लगातार बोल रहे थे और तेजस्वी यादव चुपचाप सुन रहे थे. ये सब सरकारी कार्यक्रम में हो रहा था, जिसे हजारों लोग देख-सुन रहे थे.


ये वाकया पटना में शुक्रवार को आयोजित हुए स्वास्थ्य विभाग के सरकारी कार्यक्रम का है. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना की शुरूआत के साथ साथ स्वास्थ्य कर्मियों को नियुक्ति पत्र दिया गया था. वहीं, दो नये मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास भी किया गया. इस सरकारी कार्यक्रम के मंच पर नीतीश कुमार के साथ साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद थे.


नीतीश ने दिलायी लालू-राबडी दौर की याद

इस सरकारी कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने पहले अपनी उपलब्धियां गिनायी. उन्होंने कहा- हम अपने बल पर बिहार को विकसित कर रहे हैं. हमने 2005 से बिहार के हर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर काम किए गए हैं. अपनी उपलब्धियां गिनाते गिनाते नीतीश कुमार पुराने दिनों की भी याद दिलाने लगे. मंच पर तेजस्वी यादव बैठे थे और नीतीश कुमार 2005 से पहले के बिहार यानि लालू-राबडी के राज वाले दौर की बात करने लगे.


सरकारी कार्यक्रम में मीडिया वालों का जिक्र कर नीतीश बोले-आप लोग याद करिए 2005 के पहले के बिहार को. शाम होते ही बाजार बंद हो जाते थे. याद कीजिये, पटना में भी यही हाल होता था. कोई दुकान खुली नहीं रहती थी. अब क्या हो रहा है ये आप लोग देख ही रहे हैं. नीतीश यहीं नहीं रूके. उस कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं को दिखाकर सीएम ने कहा कि इतनी महिलाएं कहीं जा पाती थीं क्या? लेकिन, आज बिहार का विकास देखिए. देखिये कितना काम हुआ है. महिलाएं भी पढ़ाई कर आगे आ रही हैं. अब तो मैट्रिक की परीक्षा में लड़का और लड़की की संख्या बराबर हो गयी है. देखिये हमलोगों ने कहां पहुंचा दिया है. नीतीश ने कहा कि मीडिया को लोगों को ये बताना चाहिये कि बिहार में 2005 के बाद कितना काम हुआ है ताकि नयी पीढ़ी को इसकी जानकारी मिलती रहे. नीतीश कुमार ने मीडिया को कहा-कम से कम पुराना बात को याद कीजिये. पहले क्या बुरा हाल था और अब कितना विकास बिहार का हो गया है.


दरअसल, नीतीश कुमार कई सालों से बोलते रहे हैं कि मीडिया 2005 से पहले के बिहार यानि लालू-राबड़ी राज वाले दौर से आज से बिहार की तुलना कर लोगों को जानकारी दे. नीतीश को लगता रहा है कि बिहार की नयी पीढ़ी को 17 साल पहले के दौर की जानकारी नहीं होगी. 2020 में उन्होंने सरकारी अधिकारियों को टास्क दिया था कि वे 2005 के पहले के दौर से अब की स्थिति की तुलना कर लोगों तक बात पहुंचाये. कमोबेश वही बातें आज उन्होंने तेजस्वी के सामने भी दुहरा दिया और तेजस्वी यादव खामोश बैठे सुनते रहे.