PATNA : कुख्यात विकास सिंह को भगाने के आरोपी दारोग और सिपाहीयों ने जेल जाने से पहले अपना गुनाह कबूल कर लिया. जेल जाने से पहले अफसरों के सामने रोते हुए दारोगा और सिपाही कहने लगे कि बहुत बड़ी गलती हो गई सर...इतना बड़ा गलती है कि अब तो माफी भी नहीं मिलेगी.
अपनी गलती कबूल करते हुए आरोपी दारोगा अखिलेश सिंह, सिपाही विनोद कुमार, राजेश्वर कुंवर, एजाज खां, सौरभ कुमार प्रियदर्शी और सुशील कुमार अधिकारियों के सामने फूट-फूटकर रोने लगे. उन्होंने अधिकारियों को बताया कि उस रात होटल में सन्नी, मनी और अनील ने पूरा इंतजाम किया था. विकास सिंह को वारंट पर ले जाने के दौरान हथकड़ी भी नहीं लगाई थी, वह होटल में एक आम आदमी की तरह घूम रहा था और कब वह सब को चकमा देकर फरार हो गया इसका पता ही नहीं चला.
वहीं विकास मामले की पूरी जांच करने के लिए पटना पुलिस की एक टीम दिल्ली रवाना हो गई है. पुलिस की टीम होटल सहित पूरे मामले की जांच करेगी. वहीं फरार विकास सिंह की तलाश में स्पेशल पुलिस की टीम को लगाया गया है. इस पूरे ऑपरेशन पर पटना के रेंज आईजी संजय सिंह नजर रख रहे हैं.
आपको बता दें कि दिल्ली के पहाड़गंज इलाके के एक होटल से कुख्यात विकास सिंह पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया था. कुख्यात के साथ पटना पुलिस के एक दारोगा के साथ 6 जवानों की टीम भेजी गई थी, जहां 6 दिसंबर को पुलिस को टल्ली करके कुख्यात विकास सिंह फरार हो गया. जिसके बाद कुख्यात की कोर्ट में पेशी नहीं हो सकी और पटना पुलिस की टीम खाली हाथ वापस लौट आई.विकास सिंह बेउर जेल में पिछले 10 सालों से बंद था. दिल्ली के आरकेपुरम थाने में दर्ज केस के सिलसिले में 7 दिसंबर को दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में उसकी पेशी थी. सूत्रों के मुताबिक इस मामले में अनिल सिंह भी अभियुक्त था जो दिल्ली के उसी होटल में उससे मिला. अनिल सिंह के साथ मन्नी सिंह और सन्नी सिंह भी था. पहाड़गंज के एक होटल में पुलिसवालों के साथ सभी ने चिकेन-दारू की पार्टी भी. विकास सिंह ने पुलिसवालों को दारू पिलाई फिर जब पुलिसवाले शराब के नशे में टल्ली होकर खर्राटा लेने लगे, तब कुख्यात विकास सिंह अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने का बहाना करके वहां से फरार हो गया.