कृषि बिल के खिलाफ पटना, बेतिया, नवादा सहित कई जिलों में निकाला गया विरोध मार्च, कृषि कानून में संशोधन की मांग

कृषि बिल के खिलाफ पटना, बेतिया, नवादा सहित कई जिलों में  निकाला गया विरोध मार्च, कृषि कानून में संशोधन की मांग

PATNA/NAWADA/BETTIAH: कृषि बिल का विरोध पूरे देश में जारी है। पटना, बेतिया, नवादा सहित बिहार के कई जिलों में आज कृषि बिल का विरोध किया गया। पटना सिटी में जल्ला किसान आज सड़क पर उतरे और केंद्र सरकार से बिल वापस लिए जाने की मांग की। पटना साहिब स्टेशन से चौक शिकारपुर तक किसानों ने विरोध मार्च निकाला। इस दौरान केंद्र सरकार का पुतला फूंक कर कृषि बिल पर विरोध जताया गया। प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना था कि इस बार की बजट से किसानों ने जो उम्मीद लगा रखी थी उस पर पानी फेर दिया गया। यह बजट किसान विरोधी बजट है जिससे सिर्फ कॉरपोरेट जगत को ही फायदा मिलेगा। जल्ला किसानों ने कृषि बिल में संशोधन किए जाने की मांग की। 

  


अनिवार्य सेवानिवृति, संविदा पर बहाली, दैनिक वेतन कर्मियों को नियमित किए जाने की मांग, 2004 से पेंशन योजना लागू करने सहित अन्य मांगों को लेकर नवादा के प्रजातंत्र चौक पर ऑल इंडिया सेंट्रल कॉसिल ऑफ ट्रेड यूनियन्स (ऐक्टू) ने विरोध मार्च निकाला और जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान कृषि बिल की प्रतियां जलाकर विरोध जताया गया। नवादा के नगर भवन से प्रजातंत्र चौक तक विरोध मार्च निकाला गया। इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। 


बेतिया में एटक, सीटू सहित कई संगठनों ने मिलकर विरोध मार्च निकाला। इस दौरान सोआबाबू चौक पर विभिन्न संगठनों ने किसान और मजदूर विरोधी बजट की प्रतियां जलाई और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वही बेतिया के मजदूर सभा भवन में आज सुरेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में जिला संयुक्त किसान संघर्ष मोर्चा की बैठक हुईं जिसमें बेतिया में किसानों द्वारा 6 फरवरी को चक्का जाम करने का फैसला लिया गया।