'कोई माई का लाल मजबूर नहीं कर सकता', वंदे मातरम् के समय खड़े नहीं हुए ओवैसी के नेता; BJP पार्षद ने जमकर बरसाए थप्पड़

'कोई माई का लाल मजबूर नहीं कर सकता', वंदे मातरम् के समय खड़े नहीं हुए ओवैसी के नेता; BJP पार्षद ने जमकर बरसाए थप्पड़

DESK : देश में लोकसभा का चुनाव हो या फिर विधानसभा और छोटे स्तर का चुनाव हर एक में झड़प देखने को मिल ही जाता है। ऐसे में अब मेयर और पार्षद के शपथ ग्रहण समारोह में हिंसक झड़प की एक खबर निकल कर सामने आ रही है। जहां वंदे मातरम कहने को लेकर हंगामा शुरू किया गया और इस दौरान दोनों तरफ से जमकर थप्पड़बाजी भी की गई। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।


दरअसल, कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव संपन्न हुए। इस चुनाव में जीते हुए प्रत्याशियों का शपथ ग्रहण समारोह रखा गया था। मेरठ में नवनिर्वाचित महापौर और पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह में जमकर हंगामा देखने को मिला। यहां असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के नेता ने पार्षद का चुनाव जीता। इसके साथ भाजपा के प्रत्याशी ने भी चुनाव में जीत हासिल की। इसके बाद अब शपथ ग्रहण समारोह रखा गया। इसी दौरान शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रगीत वंदे मातरम का गायन शुरू हुआ तो ओवैसी के पार्टी के नेता अपने जगह से खड़े नहीं हुए। इसी बात को लेकर भाजपा के चुने हुए वार्ड पार्षद आग- बबूला हो गए जिसके बाद से जमकर मारपीट शुरू कर दी गई। ओवैसी के नेता के ऊपर थपड़ भी चलाया गया। इस दौरान ओवैसी के पार्षद यह कहते दिखे कि- कोई माई का लाल हमको अपनी देशभक्ति दिखाने के लिये मजबूर नहीं कर सकता। हालांकि, बाद में मामला बढ़ता देख पुलिस ने बीच बचाव करते हुए दोनों पार्षदों को सभागार से बाहर कर दिया। 


वहीं, इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो एक हिस्से में दिखाई दे रहा है कि सदन में जब वन्दे मातरम् गाया जा रहा था तो AIMIM के कुछ पार्षदों के अलावा सभी लोग खड़े थे। इसके बाद बीजेपी के पार्षदों ने उनकी पिटाई कर दी। जसिके बाद  AIMIM के चार पार्षदों समेत पांच का शपथ ग्रहण नहीं ही पाया है। इन पार्षदों की शपथ  आज शनिवार को नगर निगम में कार्यालय में होगी। इसके साथ ही शपथ ग्रहण समारोह हुई इस मारपीट को लेकर भाजपा पार्षदों के खिलाफ FIR लिखवाए जाने की भी खबर है।


इधर,पुलिस का कहना है कि शपथ ग्रहण समारोह में वंदे मातरम शुरू होने पर कुछ AIMIM के पार्षद बैठे रहे और उन्होंने विरोध किया। जिसका विरोध अन्य पार्षदों ने किया।मौके पर नारेबाजी और हंगामा होने पर मौके पर मौजूद पुलिस द्वारा दोनों पक्षों को अलग किया गया।