तेजप्रताप के आगे लालू-तेजस्वी सब फेल, किसी कीमत पर जगदानंद सिंह से खेद नहीं जताएंगे बड़े लाल

तेजप्रताप के आगे लालू-तेजस्वी सब फेल, किसी कीमत पर जगदानंद सिंह से खेद नहीं जताएंगे बड़े लाल

PATNA : हफ्ते भर पहले आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को खुलेआम बेइज्जत करने वाले लालू यादव के बड़े लाल तेज प्रताप यादव के सामने किसी की नहीं चल रही. 13 फरवरी को तेज प्रताप यादव ने आरजेडी कार्यालय में जगदानंद सिंह को उस वक्त भला बुरा कहा था, जब वह पार्टी कार्यालय में मौजूद थे. मीडिया के सामने तेज प्रताप ने आरोप लगाया कि जगदानंद सिंह पार्टी का बेड़ा गर्क कर रहे हैं. उनके स्वागत के लिए जगदानंद सिंह खड़े तक नहीं होते. तेज प्रताप यादव ने जिस तरीके से जगदानंद सिंह को लेकर बयान दिया, उसके बाद विरोधियों को आरजेडी और लालू यादव के परिवार पर निशाना साधने का बड़ा मौका मिल गया था. 


बाद में यह खबर आई कि इस पूरे प्रकरण से आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव नाराज हैं. उन्होंने अपने बड़े लाल तेज प्रताप यादव को दिल्ली भी तलब किया लेकिन इस मामले में हफ्ते भर से ज्यादा गुजर जाने के बावजूद अब तक सब ने चुप्पी साध रखी है. तेजस्वी यादव विधानसभा सत्र में शामिल होने के लिए पटना तो पहुंच गए लेकिन तेज प्रताप यादव की तरफ से जगदा बाबू को भला-बुरा कह जाने पर उन्होंने भी अपनी जुबान नहीं खोली. 


जगदानंद सिंह से मुलाकात कर तेजस्वी ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश तो की. लेकिन अब जो खबर सामने आ रही है, उसके मुताबिक के लालू यादव के कहने के बावजूद तेज प्रताप यादव ने जगदा बाबू पर दिए गए बयान को लेकर खेद जताने से मना कर दिया है. 


आरजेडी के अंदरूनी सूत्र बता रहे हैं कि लालू यादव चाहते थे कि तेज प्रताप को जगदा बाबू पर दिए गए अपने बयान को लेकर डैमेज कंट्रोल करें लेकिन उनके बड़े लाल इसके लिए तैयार नहीं हुए. तेज प्रताप यादव इसके पहले आरजेडी के दिवंगत नेता रघुवंश प्रसाद सिंह की भी बेज्जती कर चुके हैं. लगातार पार्टी के पुराने नेताओं को उन्होंने अपने बयानों से अपमानित किया है. इसके बावजूद ना तो लालू यादव और ना ही तेजस्वी यादव की तेज प्रताप के सामने कुछ चल पा रही है. 


लालू यादव के बड़े बेटे से अपमानित होने के बावजूद जगदानंद सिंह हर दिन पार्टी कार्यालय में आते हैं. सुबह से लेकर शाम तक के प्रदेश कार्यालय में पार्टी का कामकाज निपटाते हैं लेकिन अब तक उनकी पार्टी के किसी भी नेता ने तेज प्रताप के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. जगदा बाबू तेज प्रताप के बयान से आहत तो हैं लेकिन वह लालू यादव के साथ वफादारी नहीं खा रहे हैं.


तेज प्रताप यादव और जगदानंद सिंह के बीच यह टकराव नया नहीं है. छात्र इकाई के गठन को लेकर भी दोनों पहले भी आमने सामने आ चुके हैं लेकिन हैरत की बात यह है कि विधानसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन का नेतृत्व करने वाले तेजस्वी भी अपने बड़े भाई के ऊपर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते. आरजेडी के अंदर दबी जुबान से यह चर्चा हो रही है कि अगर तेज प्रताप के खिलाफ तेजस्वी ने मुंह खोला तो संभव है जगदानंद सिंह की तरह तेजस्वी भी तेज प्रताप के निशाने पर आ जाएं. लालू यादव फिलहाल चारा घोटाला मामले में जेल के अंदर हैं उनकी तबीयत खराब है और ऐसे में शायद तेजस्वी यादव किसी नए विवाद में परिवार कोड नहीं डालना चाहते.