RJD के राज में शहाबुद्दीन को मिलता था राजनीतिक संरक्षण, नीतीश कुमार ने भेजा जेल

RJD के राज में शहाबुद्दीन को मिलता था राजनीतिक संरक्षण, नीतीश कुमार ने भेजा जेल

ROHTAS: चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि आज आरजेडी वाले विकास का नया नक्शा लेकर आ रहे हैं. उन्हें नरेन्द्र मोदी जी को धन्यवाद देना चाहिए, क्योंकि मोदी जी ने उन्हें भी विकास का अर्थ सिखा दिया है. आरजेडी वही दल है जिसके राज में शहाबुद्दीन को राजनीतिक संरक्षण मिलता रहा. नीतीश कुमार की जब सरकार आई तब शहाबुद्दीन को जेल भेजा गया.

56 इंच का सीना वाला ही गरीबों का करेगा सेवा

गरीबी की सेवा करना इतना आसान नहीं है. गरीबों की सेवा सिर्फ 56 इंच के सीना वाला पीएम मोदी ही कर सकते हैं. नड्डा ने कहा कि जब मैं बिहार आता हूं, तो मुझे लगता है जैसे मैं अपने घर आया हूं. मैंने राजेन्द्र प्रसाद जी की अंत्येष्टि भी देखी है और जयप्रकाश नारायण जी के आंदोलन का साक्षी भी रहा हूं. मैं जब भी बिहार आता हूं तो प्रेरणा से ओत-प्रोत हो जाता हूं. जेपी नड्डा ने कहा कि चुनाव में बड़ी-बड़ी बातें बोलती जाती है. ऐसे में वोटर समस्या को भूल जाते हैं. लेकिन मैं वोटरों से कहना चाहता हूं कि वह आगे चलकर क्या करेगा. उस प्रत्याशी और पार्टी को देखिए की उसने पिछली बार क्या किया है. उस आधार पर ही उसको वोट दे. चुनाव में बड़े-बड़े वादे करके लोगों को लुभाया जाता है. कई बार तो वोटर पशोपेश में पड़ जाते है.



नीतीश ने भेजा जेल
नेजपी नड्डा ने कहा कि आज आरजेडी वाले विकास का नया नक्शा लेकर आ रहे हैं. उन्हें नरेन्द्र मोदी जी को धन्यवाद देना चाहिए, क्योंकि मोदी जी ने उन्हें भी विकास का अर्थ सिखा दिया है. आरजेडी वही दल है जिसके राज में शहाबुद्दीन को राजनीतिक संरक्षण मिलता रहा. नीतीश कुमार की जब सरकार आई तब शहाबुद्दीन को जेल भेजा गया.



राम मंदिर की आई याद
जेपी नड्डा ने कहा कि वर्षों से हम सभी की इच्छा थी कि भव्य राम मंदिर का निर्माण हो. कांग्रेस पार्टी इसको लटकाना, अटकाना, भटकाना करती थी. हम धन्यवादी हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने फैसला किया, नरेंद्र मोदी ने शिलान्यास किया और अब भव्य राममंदिर का निर्माण होगा. नड्डा ने कहा कि अगर उजाले की इज्जत करनी है, को अंधेरे की कठिनाई को पहचानना होता है. विकास करना है तो विकास के विरोधियों को भी पहचानना जरूरी है. लालू राज में बिहार में सिर्फ 24 प्रतिशत क्षेत्र में बिजली थी. आज शत-प्रतिशत बिजली है. तब बिहार का बजट 24 हजार करोड़ रुपये था. आज 2 लाख 20 हजार करोड़ रुपये का बजट है. ये बिहार का विकास है.