PATNA : नए कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर में चल रहे आंदोलन ने अब बिहार में भी सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज महागठबंधन के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की और उसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर ताबड़तोड़ हमला बोल दिया.
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि बिहार में 2006 में ही एपीएमसी एक्ट को खत्म किया गया जिसके बाद किसान मजदूर बनकर रह गए. नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में किसानों को अब भिखारी बनाना चाहते हैं. तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार से सीधा सवाल किया कि वह किसान आंदोलन पर चुप क्यों है. मैंने पूछा कि नीतीश कुमार आखिर किसान आंदोलन पर अपनी चुप्पी कब तोड़ेंगे. कृषि कानूनों को लेकर उनकी राय क्या है उन्हें साफ तौर पर बताना चाहिए.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में एपीएमसी एक्ट खत्म किए जाने के बाद बाजार समिति की व्यवस्था खत्म हो गई और उसके बाद किसानों को कभी भी एपीएमसी का लाभ नहीं मिला. बिहार में किसानों के लिए एपीएमसी एक्ट केवल एक छलावा है. तेजस्वी यादव ने सीधा आरोप लगाया कि एपीएमसी के मुताबिक किसानों से अनाज की खरीद नहीं हो रही है. बिहार में बिचौलिए सक्रिय हैं और राज्य सरकार इस बात का दावा नहीं कर सकती कि किसानों से उनका सभी अनाज एमएसपी के रेट पर खरीदा गया है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि मौजूदा कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा. हम अंतिम दम तक किसानों के साथ संघर्ष के लिए संकल्पित हैं. मानव श्रृंखला कल बनाई जाएगी और इसके लिए सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन आगे भी जो कार्यक्रम तय करेगा उसकी जानकारी विस्तार से दी जाएगी.